CM जयराम ठाकुर ने दिया आश्वासन, IIT मंडी में सेट्रल स्कूल खुलवाने पर विचार करेगी सरकार

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का कहना है कि आईआईटी मंडी हिमाचल प्रदेश का गर्व है.
IIT Mandi Foundation Day: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आईआईटी मंडी के 12वें स्थापना दिवस समारोह पर कहा कि यह संस्थान हिमाचल प्रदेश का गर्व है. राज्य सरकार की तरफ से पहले भी इस संस्थान की मदद की गई है और भविष्य में भी मदद की जाएगी.
- News18 Himachal Pradesh
- Last Updated: February 24, 2021, 9:11 PM IST
मंडी. आईआईटी मंडी में केंद्रीय विद्यालय खुलवाने पर राज्य सरकार विचार करेगी. यह बात आज सीएम जयराम ठाकुर ने आईआईटी मंडी में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत के दौरान कही. सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि ऐसे मुद्दों को राज्य सरकार समय-समय पर केंद्र सरकार के समक्ष उठाती रही है. उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार आईआईटी मंडी के परिसर में केंद्रीय विद्यालय खोलती है तो यह स्वागत योग्य कदम होगा.
वहीं इससे पहले आईआईटी के स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए द्रंग के विधायक जवाहर ठाकुर ने भी इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में बने इस बड़े संस्थान में केंद्रीय विद्यालय होना बेहद जरूरी है.वहीं इसके बाद स्थानीय पंचायत के प्रतिनिधियों ने भी सीएम से मिलकर उन्हें एक ज्ञापन देकर यहां केंद्रीय विद्यालय खुलवाने की गुहार लगाई.
बता दें कि केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने इस संदर्भ में पहले ही आदेश जारी कर रखे हैं कि देश के सभी आईआईटी में केंद्रीय विद्यालय ही खोल जाए लेकिन आईआईटी मंडी का प्रबंधन इसके विपरित मनमाने ढंग से यहां प्राइवेट स्कूल का संचालन कर रहा है. हालांकि इसी बात को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में भी एक जनहित याचिका दायर की गई थी जिसपर भी कोर्ट ने केंद्रीय विद्यालय खोलने का आदेश जारी किया है.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का कहना है कि आईआईटी मंडी हिमाचल प्रदेश का गर्व है और इस संस्थान के उत्थान के लिए राज्य सरकार की तरफ से पहले भी मदद की गई है और भविष्य में भी मदद की जाएगी. अपने संबोधन में सीएम जयराम ठाकुर ने संस्थान के 12 वर्ष पूरा होने पर बधाई दी. उन्होंने कहा कि सीएम बनने के बाद उन्हें पहली बार आईआईटी में आने का मौका मिला है और यह प्रदेश का प्रतिष्ठित संस्थान है. उन्होंने कहा कि इस संस्थान से प्रदेश के लोगों को ढेरों उम्मीदें हैं और उन्हें पूरा करना संस्थान का दायित्व है.जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में सत्ता में आते ही टैक्नोलॉजी की तरफ अधिक ध्यान आकर्षित किया था. हालांकि उस वक्त कुछ लोगों ने इसका मजाक भी बनाया था लेकिन कोविड काल के दौरान प्रधानमंत्री की इसी पहल का देश भर ने लाभ उठाया. कोविड काल के दौरान टेक्नोलॉजी के कारण ही वर्चुअल बैठकें संभव हो पाई और किसी भी प्रकार के कार्य को प्रभावित नहीं होने दिया गया. उन्होंने कहा कि यह तकनीकें ऐसे संस्थानों की देन है जिसका आज पूरा विश्व लाभ उठा रहा है.
वहीं इससे पहले आईआईटी के स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए द्रंग के विधायक जवाहर ठाकुर ने भी इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में बने इस बड़े संस्थान में केंद्रीय विद्यालय होना बेहद जरूरी है.वहीं इसके बाद स्थानीय पंचायत के प्रतिनिधियों ने भी सीएम से मिलकर उन्हें एक ज्ञापन देकर यहां केंद्रीय विद्यालय खुलवाने की गुहार लगाई.
बता दें कि केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने इस संदर्भ में पहले ही आदेश जारी कर रखे हैं कि देश के सभी आईआईटी में केंद्रीय विद्यालय ही खोल जाए लेकिन आईआईटी मंडी का प्रबंधन इसके विपरित मनमाने ढंग से यहां प्राइवेट स्कूल का संचालन कर रहा है. हालांकि इसी बात को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में भी एक जनहित याचिका दायर की गई थी जिसपर भी कोर्ट ने केंद्रीय विद्यालय खोलने का आदेश जारी किया है.