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Padam Shri Nek Ram Sharma: कौन हैं मंडी के पद्मश्री नेक राम शर्मा, जो उगाते हैं 9 तरह का अनाज

कृषि क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के नेक राम शर्मा को भी पद्मश्री से नवाजा गया है.

कृषि क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के नेक राम शर्मा को भी पद्मश्री से नवाजा गया है.

Padam Shree Nek Ram Sharma: नेक राम शर्मा की दूरगामी सोच इस कार्य को बढ़ावा देने के लिए पिछले 10 वर्षो से प्रयासरत है. ...अधिक पढ़ें

मंडी. केंद्र सरकार की तरफ से गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कार विजेताओं के नामों की घोषणा की गई थी. राष्ट्रपति ने 106 पद्म पुरस्कारों (Padam Awards) को प्रदान करने की मंजूरी दी थी. सूची में 6 पद्म विभूषण, 9 पद्म भूषण और 91 पद्मश्री शामिल रहे. कृषि क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के नेक राम शर्मा को भी पद्मश्री (Padam Shri) से नवाजा गया है. करसोग के नांज गांव के नेक राम शर्मा जैविक खेती से जुड़े हैं और नौ-अनाज की पारंपरिक फसल प्रणाली को पुनर्जीवित कर रहे हैं. पद्मश्री के लिए चयनित होने पर मंडी में जिला स्तरीय गणतंत्र दिवस पर उन्हें सम्मानित भी किया गया.

उन्होंने मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि उन्हें आज तक कोई अवार्ड नहीं मिला और न ही आज तक नौकरी मिल पाई, लेकिन उन्होंने अपनी पारंपरिक खेती के क्षेत्र में ही कार्य किया, जिसके लिए उन्हें अब भारत सरकार की ओर से अवार्ड दिया है और इसकी उन्हें बेहद खुशी है. उन्होंने बताया कि नौ अनाज एक प्राकृतिक अंतर फसल विधि है, जिसमें नौ खाद्यान्न बिना किसी रासायनिक उपयोग के जमीन के एक ही टुकड़े पर उगाए जाते हैं. इससे पानी के उपयोग में 50 फीसदी की कटौती और भूमि की उर्वरता बढ़ती है. उन्होंने अन्य किसानों को भी इस प्रणाली को अपनाने के लिए प्रेरित किया है साथ ही स्थानीय स्वदेशी बीजों का उत्पादन कर नेकराम छह राज्यों में 10,000 से अधिक किसानों को बिना किसी शुल्क के वितरित कर रहे हैं.

जहर मुक्त खेती करनी होगी

नेकराम शर्मा ने बताया कि आज के समय में खाने में कई प्रकार के रसायनों का प्रयोग हो रहा है, जिससे लोग बीमार होते जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमें स्वस्थ रहना है तो हमें जहर मुक्त खेती अपनानी होगी. नेक राम शर्मा ने कहा कि जो किसान आज के समय में खेती को छोड़ रहे हैं, यह बहुत ही दुर्भाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि हमें अगर स्वस्थ जीवन जीना है और लंबे समय के लिए जीना है तो प्रकृति से जुड़ कर ही यह संभव है. उन्होंने सभी किसानों से ज्यादा से ज्यादा प्राकृतिक खेती करने और इससे होने वाली उपज का ही सेवन करने का आह्वान किया है. नेक राम ने कहा कि खेती ही एक ऐसा साधन है जो कि कई पीढ़ियों को रोजगार प्रदान करेगा.

दस साल से सोच को दे रहे बढ़ावा

कृषि विज्ञान केंद्र मंडी के वैज्ञानिक डॉ. पंकज सूद ने बताया की नेक राम शर्मा पिछले करीब 12 वर्षों से कृषि विज्ञान केंद्र मंडी के साथ जुड़े हैं और उन्होंने कृषि के क्षेत्र में अब तक बेहतर कार्य किया है. डॉ. पंकज सूद ने बताया कि पूरा विश्व वर्ष 2023 में अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष के रूप मना रहा है, परंतु नेक राम शर्मा की दूरगामी सोच इस कार्य को बढ़ावा देने के लिए पिछले 10 वर्षो से प्रयासरत है. हमारे देश व प्रदेश के लुप्त होते मोटे अनाज जैसे कागणी, कोदरा, सोक इति आदि के संरक्षण के लिए जो योगदान नेक राम शर्मा ने दिया है, आज उसी का ही परिणाम है कि इन्हें देश का सर्वोच्च सम्मान पद्मश्री से सम्मानित किया जा रहा है.

Tags: Farmer, Himachal pradesh, Mandi news, Padam shri

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