हिमाचल पंचायत चुनाव 2021: मतपत्रों पर डलवाए जा रहे थे वोटरों के नाम, शिकायत के बाद मतपेटियां सील

पंचायत चुनाव में बैलट पेपर पर प्रत्याशी और मतदाताओं के नाम लिखने का मामला सामने आया है. (सांकेतिक फोटो).
धर्मपुर उपमंडल की संधोल ग्राम पंचायत (Panchayat Election) में मतदान के बाद हड़कंप मच गया. यहां मतपत्रों पर वोटरों के नाम डलवाने का मामला संज्ञान में आने के बाद आयोग ने सख्ती की है. शिकायत के बाद मतपेटियों को सील कर दिया.
- News18 Himachal Pradesh
- Last Updated: January 19, 2021, 11:40 PM IST
मंडी. हिमाचल के मंडी जिला के धर्मपुर उपमंडल के तहत आने वाली ग्राम पंचायत संधोल में चुनाव (Panchayat Election) करवाने गई टीम ने मतदाताओं के नाम ही उनके वोटों पर दर्ज करा दिए. इस पर एक मतदाता ने जब शिकायत की तो प्रशासन में हडक़म्प मच गया. शिकायत के बाद अब यहां मतगणना को रोककर सभी मतपेटियों को सील करके स्ट्रांग रूम में रखना पड़ा है. बताया गया है कि संधोल पंचायत के वार्ड नंबर 5 में मतदान करवाने गई टीम हर बैलट पेपर (Ballot paper) पर प्रत्याशियों के नामों के साथ-साथ मतदाताओं के नाम भी लिख रही थी. यह प्रक्रिया सुबह से ही जारी थी. यहां दिन भर में जितने भी वोट पड़े उन सभी पर मतदाताओं के नाम लिखे गए हैं.
शाम के समय एक मतदाता ने जब इस प्रक्रिया को देखा तो उसे यह अनुचित लगा और उसने इसकी शिकायत चुनाव आयोग के संबंधित अधिकारियों से की. एसडीएम धर्मपुर सुनील वर्मा के ध्यान में जैसे ही मामला आया तो उन्होंने तुरंत प्रभाव से एक टीम पंचायत में भेजकर मामले की जांच करवाई तो शिकायत सही पाई गई. मौके पर पहुंची टीम ने पूरी पंचायत की सभी मतपेटियों को तुरंत प्रभाव से सील करके उन्हें धर्मपुर स्थित स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रख दिया है. एक मतदाता की शिकायत पर चुनाव आयोग ने इस पर फौरन संज्ञान लेकर कार्रवाई की.
प्ररंभिक जांच के बाद सामने आया मामला
एसडीएम धर्मपुर सुनील वर्मा ने मामले की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में सिर्फ वार्ड नंबर 5 में ही यह बात सामने आई है जबकि अन्य वार्डों में ऐसा नहीं हुआ है. इस संदर्भ में डीसी मंडी ऋ ग्वेद ठाकुर और चुनाव आयोग के उच्चाधिकारियों को सूचित कर दिया गया है. वहां से जो आदेश आएंगे उसी आधार पर आगामी कार्रवाई अम्ल में लाई जाएगी.ये भी पढ़ें: अच्छी खबर: जल्द शुरू होगी लखनऊ से आगरा की डायरेक्ट फ्लाइट, जानें शेड्यूल
इन पदों पर हो रहा था चुनाव
अनुमान लगाया जा रहा है कि शायद वार्ड नंबर पांच में फिर से मतदान करवाया जाएगा.बता दें कि धर्मपुर उपमंडल में पंचायत प्रधानों के चुनाव पर फिलहाल कोर्ट ने रोक लगा रखी है जिसके चलते यहां उपप्रधान, वार्ड सदस्य, बीडीसी और जिला परिषद के लिए वोट डाले जा रहे हैं. जिस वार्ड में यह कारनामा हुआ है उस वार्ड में हर बैलट पेपर पर मतदाताओं के नाम लिखे जा रहे थे. मतगणना के दौरान यह स्पष्ट हो जाना था कि किस मतदाता ने किस प्रत्याशी को अपना वोट दिया, जबकि मतदान को पूरी तरह से गोपनीय रखा जाता है.
शाम के समय एक मतदाता ने जब इस प्रक्रिया को देखा तो उसे यह अनुचित लगा और उसने इसकी शिकायत चुनाव आयोग के संबंधित अधिकारियों से की. एसडीएम धर्मपुर सुनील वर्मा के ध्यान में जैसे ही मामला आया तो उन्होंने तुरंत प्रभाव से एक टीम पंचायत में भेजकर मामले की जांच करवाई तो शिकायत सही पाई गई. मौके पर पहुंची टीम ने पूरी पंचायत की सभी मतपेटियों को तुरंत प्रभाव से सील करके उन्हें धर्मपुर स्थित स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रख दिया है. एक मतदाता की शिकायत पर चुनाव आयोग ने इस पर फौरन संज्ञान लेकर कार्रवाई की.
प्ररंभिक जांच के बाद सामने आया मामला
एसडीएम धर्मपुर सुनील वर्मा ने मामले की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में सिर्फ वार्ड नंबर 5 में ही यह बात सामने आई है जबकि अन्य वार्डों में ऐसा नहीं हुआ है. इस संदर्भ में डीसी मंडी ऋ ग्वेद ठाकुर और चुनाव आयोग के उच्चाधिकारियों को सूचित कर दिया गया है. वहां से जो आदेश आएंगे उसी आधार पर आगामी कार्रवाई अम्ल में लाई जाएगी.ये भी पढ़ें: अच्छी खबर: जल्द शुरू होगी लखनऊ से आगरा की डायरेक्ट फ्लाइट, जानें शेड्यूल
इन पदों पर हो रहा था चुनाव
अनुमान लगाया जा रहा है कि शायद वार्ड नंबर पांच में फिर से मतदान करवाया जाएगा.बता दें कि धर्मपुर उपमंडल में पंचायत प्रधानों के चुनाव पर फिलहाल कोर्ट ने रोक लगा रखी है जिसके चलते यहां उपप्रधान, वार्ड सदस्य, बीडीसी और जिला परिषद के लिए वोट डाले जा रहे हैं. जिस वार्ड में यह कारनामा हुआ है उस वार्ड में हर बैलट पेपर पर मतदाताओं के नाम लिखे जा रहे थे. मतगणना के दौरान यह स्पष्ट हो जाना था कि किस मतदाता ने किस प्रत्याशी को अपना वोट दिया, जबकि मतदान को पूरी तरह से गोपनीय रखा जाता है.