मंडी. हिमाचल प्रदेश में अभी मानसून की शुरुआत ही हुई है और यह लोगों के लिए आफत बन गई है. बीते एक हफ्ते में कई स्थानों पर बाढ़ की स्थिती देखी गई तो कई स्थानों पर भू-स्खलन की घटनाएं सामने आई हैं. आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार 29 जून से लेकर 3 जुलाई के बीच 25 लोगों की मौत हुई है और 27 घायल हुए हैं. इनमें से अधिकतर मौतें खराब मौसम के कारण हुई हैं. सोमवार को कुल्लू जिले के सैंज में एक बस हादसे में 13 लोगों की जान गई और 2 लोग घायल हुए हैं.
चंबा जिले में 2 और सिरमौर जिले में एक कच्चा मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुआ है. इनके अलावा 6 पक्के और 6 कच्चे घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं. इसके अलावा 15 मवेशियों की भी मौत हुई है. राजस्व विभाग के अनुसार अब तक 1 करोड़ 32 लाख रूपए से ज्यादा की संपत्ति का नुकसान हुआ है.
ट्रांसफार्मर और जलापूर्ति की योजनाएं बाधित रहीं
प्रदेश के कुछेक स्थानों पर सड़कें भी बंद पड़ी हैं और कई स्थानों पर बिजली पानी की आपूर्ति प्रभावित हुई है. लाहौल-स्पीति, मंडी और सिरमौर जिले में कुछ स्थानों पर संपर्क मार्ग बंद होने की जानकारी दी गई. जिनमें से सोमवार शाम तक अधिकतर सड़कें बहाल कर दी गई थीं. रविवार को प्रदेश में 6 सड़कें बंद थीं. इसके अलावा चंबा के डलहौजी और सलूनी उप मंडल में कुछेक स्थानों पर बिजली के ट्रांसफार्मर और जलापूर्ति की योजनाएं बाधित रहीं.
आठ जुलाई तक खराब रहेगा मौसम
मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पॉल के अनुसार प्रदेश में 8 जुलाई तक मौसम खराब रहने का पूर्वमानुमान है. मौसम विभाग ने 5 जुलाई के लिए प्रदेश में ओरेंज अलर्ट जारी किया है. कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है. 6 जुलाई से 8 जुलाई तक के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. राजधानी शिमला समेत कई इलाकों में सोमवार को बारिश नहीं हुई, दिनभर बादल छाए रहे.
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