हिमाचल BJP से 6 साल के लिए निष्कासित हुईं दयाल प्यारी, ये है वजह...

हिमाचल उपचुनाव: भाजपा ने दयाल प्यारी को पार्टी से निकाल दिया है.
Himachal By-Election: सिरमौर के पच्छाद (Pacchad) से दयाल प्यारी (Dayal Pyari) तीन बार जिला परिषद के चुनाव जीती हैं. एक बार जिला परिषद की चेयरपर्सन भी रही. वह तीनों बार अलग-अलग वार्ड से जीती हैं.
- News18 Himachal Pradesh
- Last Updated: October 4, 2019, 5:57 PM IST
नाहन. हिमाचल प्रदेश की पच्छाद विधानसभा सीट (Pacchad Seat) के लिए उपचुनाव में बागी हुई भाजपा (BJP) की नेता दयाल प्यारी (Dayal Pyari) को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ने और पार्टी नियमों के उल्लंघन करने पर बीजेपी ने यह कार्रवाई की है. दयाल प्यारी को 6 वर्षों के लिए पार्टी से निष्कासित किया गया है. हिमाचल भाजपा के अध्यक्ष सतपाल सत्ती (Satpal Satti) ने दयाल प्यारी को निष्कासित किया है.
इसलिए निष्कासित किया गया
दरअसल, भाजपा ने पच्छाद सीट से रीना कश्यप को टिकट दिया है. ऐसे में दयाल प्यारी ने बागी होते हुए नामांकन दाखिल किया और चुनाव मैदान में उतर गयीं. नामाकंन वापस लेने के अंतिम दिन 3 अक्तूबर को शिमला (Shimla) से लेकर सिरमौर तक इस मामले में खूब सियासी ड्रामा हुआ.
सीएम जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur) ने भी बागी दयाल प्यारी से मुलाकात कर उन्हें मनाया था और उनके चुनाव न लड़ने की खबरें भी आई थी. लेकिन गुरुवार को दयाल प्यारी ने नामांकन वापस लेने से इंकार कर दिया. इस कारण अब वहां मुकाबला तिकोना हो गया. और पार्टी ने कार्रवाई करते हुए दयाल प्यारी को निष्कासित कर दिया.
इसलिए दयाल प्यारी हैं भारी
सिरमौर के पच्छाद से दयाल प्यारी तीन बार जिला परिषद के चुनाव जीती हैं. एक बार जिला परिषद की चेयरपर्सन भी रहीं. वह तीनों बार अलग-अलग वार्ड से जीती हैं. पहली बार उन्होंने बाग-पशोग से चुनाव लड़ा और जीता. इसके बाद दूसरी बार वह नारग से विजय हुईं. मौजूदा समय में बाग-पशोग से जिला परिषद की सदस्य हैं. उनकी पक़ड़ का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि जब प्रदेश में कांग्रेस सरकार थी, तब वह जिला परिषद की चेयरपर्सन थी. करीब ढाई दर्जन पंचायतों में उनका प्रभाव है.
ये भी पढ़ें-हिमाचल उपचुनाव: BJP से बागी दयाल प्यारी ने बदले समीकरण, पच्छाद में तिकोनी जंग
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इसलिए निष्कासित किया गया
दरअसल, भाजपा ने पच्छाद सीट से रीना कश्यप को टिकट दिया है. ऐसे में दयाल प्यारी ने बागी होते हुए नामांकन दाखिल किया और चुनाव मैदान में उतर गयीं. नामाकंन वापस लेने के अंतिम दिन 3 अक्तूबर को शिमला (Shimla) से लेकर सिरमौर तक इस मामले में खूब सियासी ड्रामा हुआ.
सीएम जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur) ने भी बागी दयाल प्यारी से मुलाकात कर उन्हें मनाया था और उनके चुनाव न लड़ने की खबरें भी आई थी. लेकिन गुरुवार को दयाल प्यारी ने नामांकन वापस लेने से इंकार कर दिया. इस कारण अब वहां मुकाबला तिकोना हो गया. और पार्टी ने कार्रवाई करते हुए दयाल प्यारी को निष्कासित कर दिया.

बागी दयाल प्यारी हिमाचल BJP से 6 साल के लिए निष्कासित की गई हैं.
इसलिए दयाल प्यारी हैं भारी
सिरमौर के पच्छाद से दयाल प्यारी तीन बार जिला परिषद के चुनाव जीती हैं. एक बार जिला परिषद की चेयरपर्सन भी रहीं. वह तीनों बार अलग-अलग वार्ड से जीती हैं. पहली बार उन्होंने बाग-पशोग से चुनाव लड़ा और जीता. इसके बाद दूसरी बार वह नारग से विजय हुईं. मौजूदा समय में बाग-पशोग से जिला परिषद की सदस्य हैं. उनकी पक़ड़ का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि जब प्रदेश में कांग्रेस सरकार थी, तब वह जिला परिषद की चेयरपर्सन थी. करीब ढाई दर्जन पंचायतों में उनका प्रभाव है.
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