भारत के कई राज्य इस समय बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं. हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में हो रही लगातार बारिश की वजह से हिमाचल, उत्तराखंड और पंजाब में जानमाल का नुकसान बड़े पैमाने पर हो रहा है. इन राज्यों में अबतक कम से कम 28 लोगों के मार जाने जबकि 22 लोगों के पानी में बह जाने की खबर है. उत्तराखंड में हथिनी कुंड बैराज से 8.14 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़े जाने के चलते हरियाणा और दिल्ली में यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. पंजाब में भाकड़ा डैम से पानी छोड़े जाने के कारण रोपड़ में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है. सतलुज खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. पंजाब के कई गांवों में सतलुज का पानी घुस गया है.
ब्यास और यमुना उफान पर
हरियाणा और दिल्ली में यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.
यमुना और उसकी अन्य सहायक नदियों में जलस्तर बढ़ने के कारण दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में बाढ़ की चेतावनी जारी की गयी है. हरियाणा के करनाल, सोनीपत, पानीपत के कई दर्जनों गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है और प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है. हरियाणा सरकार ने सेना से तैयार रहने का अनुरोध किया है. हरियाणा के अलावा पंजाब में भी हाई अलर्ट जारी कर दी गई है.
हिमाचल में 22 की मौत, 490 करोड़ का नुकसान
ब्यास नदी खतरे के निशान से लगातार ऊपर बह रही है.
हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बरसात की वजह से 22 लोगों की मौत हो गई है. इन मरने वालों में दो नेपाली मूल के नागरिक भी शामिल हैं. शिमला में नौ, सोलन में पांच, कुल्लू, सिरमौर और चंबा में दो—दो व्यक्तियों की और उना तथा लाहौल—स्पीति जिलों में भी एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है. प्रदेश में शुक्रवार की रात से ही बारिश का दौर जारी है. यहां लगातार हो रही बारिश की वजह से नदी, नाले और खड्डे उफान पर हैं. ब्यास नदी खतरे के निशान से लगातार ऊपर बह रही है. प्रदेश में 8 नेश्नल हाईवे समेत 887 सड़कों को बंद कर दिया गया है. हिमाचल प्रदेश में अबतक 490 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है. एनडीआरएफ की टीमों को कांगड़ा के नूरपुर और सोलन के नालागढ़ उपमंडलों में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए बुला लिया गया है.
उत्तराखंड और पंजाब में 6 की मौत
हिमाच प्रदेश में 8 नेश्नल हाईवे समेत 887 सड़कों को बंद कर दिया गया है.
उत्तराखंड के उत्तरकाशी क्षेत्र में बादल फटने के कारण तीन लोगों की मौत हो गयी जबकि 22 लोग लापता हो चुके हैं.प्रदेश के ज्यादातर स्थानों पर पिछले 24 घंटों से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण कई जगह बादल फटने तथा भूस्खलन की घटनाओं के चलते लोग मारे गए हैं. उत्तरकाशी जिले के मोरी ब्लॉक में शनिवार और रविवार की मध्यरात्रि में बादल फटने से यमुना की सहायक नदियों में बाढ़ आ गई. इसके चलते आराकोट, माकुडी, मोल्डा, सनेल, टिकोची और द्विचाणु में कई मकान ढह गए. इससे इतर पंजाब में बाढ़ के चलते अबतक तीन लोगों के मरने की खबर है.