Himachal Pradesh: अब एक क्लिक पर मिलेगा ड्राइविंग लाइसेंस, ये सुविधाएं भी मिलेंगी

सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के लोगों को बेहतरीन सेवाएं प्रदान करने में ई-परिवहन सुविधा महत्वपूर्ण साबित हुई है.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ई-परिवहन व्यवस्था का शुभारंभ किया है. अब लोगों को परिवहन विभाग से संबंधित अधिकतर कार्यों के लिए दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. ड्राइविंग लाइसेंस, पंजीकरण प्रमाण पत्र से लेकर परमिट समेत अन्य कई सुविधाएं अब एक क्लिक पर मिलेंगी.
- News18 Himachal Pradesh
- Last Updated: February 26, 2021, 12:31 AM IST
शिमला. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने गुरुवार को राजधानी शिमला में एक कार्यक्रम के दौरान ई-परिवहन व्यवस्था का शुभारंभ किया. परिवहन विभाग का दावा है कि ई-परिवहन सेवा से लोगों को विभिन्न ऑनलाइन प्रमाण-पत्र और पंजीकरण के नवीनीकरण और ड्राइविंग लाइसेंस जैसी सुविधाओं को जारी करने में सुविधा होगी. इससे लोगों को एक बटन पर कई अन्य सेवाएं भी उपलब्ध होंगी. इस मौके पर परिवहन मंत्री बिक्रम ठाकुर और शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, शिमला के सांसद सुरेश कश्यप समेत विभाग के आला अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे.
इस मौके पर सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के लोगों को बेहतरीन सेवाएं प्रदान करने में ई-परिवहन सुविधा महत्वपूर्ण साबित हुई है. लोगों को इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए जागरुक करने पर विशेष बल दिया जाना चाहिए. इस प्रणाली की सफलता लोगों द्वारा इस सुविधा को सुगमता से अपनाने पर निर्भर करती है. उन्होंने कहा कि इस प्रणाली के माध्यम से लोगों को विभिन्न नागरिक केंद्रित सुविधाएं प्रदान की जाएंगी.
साथ ही कहा कि देश और प्रदेश में वाहनों की तीव्रता से बढ़ रही संख्या ने यातायात पंजीकरण और यातायात प्रबन्धन प्रणाली पर एक बार पुनः विचार करने पर मजबूर कर दिया है. उन्होंने कहा कि एनआईसी द्वारा एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस क्रियान्वित किया जाएगा. यह वेब आधारित सूचना प्रौद्योगिकी समाधान है जिससे विभिन्न एजेंसियां जैसे- पुलिस, परिवहन, लोक निर्माण विभाग को सड़कों व वाहन की स्थिति के आधार पर दुर्घटनाओं का ब्यौरा एकत्र करने में सहायता मिलेगी.
ई-परिवहन व्यवस्था प्रचार साहित्य भी जारीठाकुर ने इस अवसर पर ई-परिवहन व्यवस्था के प्रचार साहित्य को भी जारी किया. इस मौके पर परिवहन मंत्री बिक्रम ठाकुर ने कहा कि शिमला और कांगड़ा जिले में दो पायलट परियोजनाएं शुरू की गई थीं जिनमें खामियों को सुधारने के बाद पूरे प्रदेश में इस प्रणाली को क्रियान्वित किया गया है. इससे प्रदेश के लोगों को बेहतर परिवहन सेवाएं सुनिश्चित करने में सुविधा होगी.
इस मौके पर सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के लोगों को बेहतरीन सेवाएं प्रदान करने में ई-परिवहन सुविधा महत्वपूर्ण साबित हुई है. लोगों को इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए जागरुक करने पर विशेष बल दिया जाना चाहिए. इस प्रणाली की सफलता लोगों द्वारा इस सुविधा को सुगमता से अपनाने पर निर्भर करती है. उन्होंने कहा कि इस प्रणाली के माध्यम से लोगों को विभिन्न नागरिक केंद्रित सुविधाएं प्रदान की जाएंगी.
साथ ही कहा कि देश और प्रदेश में वाहनों की तीव्रता से बढ़ रही संख्या ने यातायात पंजीकरण और यातायात प्रबन्धन प्रणाली पर एक बार पुनः विचार करने पर मजबूर कर दिया है. उन्होंने कहा कि एनआईसी द्वारा एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस क्रियान्वित किया जाएगा. यह वेब आधारित सूचना प्रौद्योगिकी समाधान है जिससे विभिन्न एजेंसियां जैसे- पुलिस, परिवहन, लोक निर्माण विभाग को सड़कों व वाहन की स्थिति के आधार पर दुर्घटनाओं का ब्यौरा एकत्र करने में सहायता मिलेगी.