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कोटखाई रेप़-मर्डर केसः हिमाचल पुलिस के आरोपी IG जहूर जैदी की सेवाएं 3 साल बाद बहाल, CBI ने किया था गिरफ्तार

बहुचर्चित कोटकाई मर्डर और रेप केस में सस्पेंड चल रहे आरोपी आईजी जहूर जैदी को सरकार ने बहाल कर दिया है.

बहुचर्चित कोटकाई मर्डर और रेप केस में सस्पेंड चल रहे आरोपी आईजी जहूर जैदी को सरकार ने बहाल कर दिया है.

Shimla Kotkhai Rape and Murder Case: सीबीआई जांच में सामने आया था कि आरोपी सूरज को पूछताछ के दौरान पुलिस ने प्रताड़ित क ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

कोटखाई में 4 जुलाई 2017 को 16 वर्षीय छात्रा स्कूल से लौटते वक्त लापता हो गई थी.
दो दिन बाद 6 जुलाई को कोटखाई के तांदी के जंगल में छात्रा का शव मिला था.
मामले की जांच के लिए आईजी जहूर हैदर जैदी की अध्यक्षता में एसआईटी बनाई गई थी.

शिमला. हिमाचल प्रदेश के शिमला के बहूचर्चित कोटकाई मर्डर और रेप केस (Kotkhai Rape and Murder case) में सस्पेंड चल रहे आरोपी आईजी जहूर जैदी (IG Zahoor Jaidee) को सरकार ने बहाल कर दिया है. तीन साल बाद उनकी सेवाएं बहाल कर दी गई हैं. बता दें कि आईजी जैदी को 15 जनवरी 2020 को सरकार ने सस्पेंड किया था और अब तीन साल बाद उनकी बहाली हुई है. आईजी जहूर हैदर जैदी पुलिस मुख्यालय शिमला में रिपोर्ट करेंगे. गृह विभाग ने शुक्रवार को इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं.

क्यों सस्पेंड हुए थे जैदी
दरअसल, शिमला के कोटखाई में 4 जुलाई 2017 को एक 16 वर्षीय एक छात्रा स्कूल से लौटते वक्त लापता हो गई थी. दो दिन बाद 6 जुलाई को कोटखाई के तांदी के जंगल में छात्रा का शव मिला था. मामले की जांच के लिए आईजी जहूर हैदर जैदी की अध्यक्षता में एसआईटी पबनाई गई थी. एसआईटी ने मामले में छह युवकों को गिरफ्तार किया. इनमें से एक आरोपी नेपाली था. इस नेपाली युवक सूरज की कोटखाई थाने में पुलिस हिरासत के दौरान मौत हो गई थी. इसके बाद यह मामला सीबीआई को सौंप दिया गया.

अहम बात यह है कि शिमला की तत्कालीन एसपी सौम्या ने बाद में कोर्ट में बयान दिया था किया कि आरोपी आईजी जैदी ने उनपर उनके अनुसार, बयान दर्ज करने के लिए दबाव बनाया था.

मामले की टाइमलाइन

• 4 जुलाई 2017 को शिमला जिले के कोटखाई के महासू स्कूल की दसवीं की छात्रा लापता हुई. 5 जुलाई को परिजनों ने छात्रा की तलाश की.
• 6 जुलाई को 16 साल की गुड़िया (काल्पनिक नाम) की लाश नग्न अवस्था में हलाईला के जंगल में मिली, पुलिस ने की जांच शुरू की.
• 7 जुलाई को पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि.
• 10 जुलाई को सरकार ने आईजी जहूर जैदी के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया.
• 11 जुलाई को चार युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई.
• 13 जुलाई को पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 55 घंटे के भीतर मामला सुलझाने का दावा किया, 5 आरोपी गिरफ्तार किए गए.
• 14 जुलाई को जनता भड़की, तत्तकालीन वीरभद्र सरकार ने केंद्र से सीबीआई जांच की सिफारिश की.
• 18 जुलाई को आधी रात को पुलिस हिरासत में एक कथित आरोपी सूरज की मौत.
• 19 जुलाई को कोटखाई थाना फूंका गया, केंद्र ने सीबीआई जांच की सिफारिश पर गौर नहीं किया तो राज्य सरकार ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया. हाईकोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दिए.
• 22 जुलाई को सीबीआई ने दिल्ली में दो अलग-अलग मामले दर्ज किए, जांच शुरू की.
• 29 अगस्त को सीबीआई ने आइजी समेत आठ पुलिसकर्मी गिरफ्तार किए.
• 16 नवंबर को शिमला के पूर्व एसपी डीडब्ल्यू नेगी गिरफ्तार.
• 25 नवंबर को सीबीआई ने सूरज कस्टोडियल डेथ मामले पर एसआइटी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल.
• 13 अप्रैल 2018 को सीबीआई ने कोटखाई से आरोपी नीलू को गिरफ्तार किया.
• 25 अप्रैल 2018 को-सीबीआई ने हाईकोर्ट में फाइनल स्टेटस रिपोर्ट पेश की.
• 29 मई को सीबीआई ने नीलू के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की.
• 28 अप्रैल 2021 को आरोपी को दोषी करार दिया गया.
• अब 18 जून 2021 को कोर्ट ने दोषी को उम्रकैद की सजा सुनाई है.

आरोपी को किया था प्रताड़ित
सीबीआई जांच में सामने आया था कि आरोपी सूरज को पूछताछ के दौरान पुलिस ने प्रताड़ित करने किया था. इस पर सीबीआई ने आरोपी जैदी सहित 9 पुलिस कर्मचारियों को गिरफ्तार किया था. बाद में यह केस चंडीगढ़ सीबीआई कोर्ट में ट्रांसफर किया गया था. तब से चंडीगढ़ की विशेष सीबीआई अदालत में केस की सुनवाई चल रही है. कोटखाई रेप और मर्डर केस में सीबीआई ने एक युवक को आरोपी बनाया था. बाद में कोर्ट ने उसे दोषी करार दिया था.

Tags: Brutal rape, Himachal Police, Shimla, Shimla police

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