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हिमाचल में पूर्व CM जयराम की जिस योजना को कांग्रेस ने दिया था 'झंडमंच' का नाम, उसे बंद करेगी सुक्खू सरकार

हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू.

हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू.

Himachal Pradesh Budget Session 2023: जयराम राज में यह योजना शुरू हुई थी. इस योजना के तहत हर जिले में लोगों को समस्याओं ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

पिछले 5 साल में जनमंच पर 5 करोड़ 34 लाख, 8 हजार 395 रुपये खर्च हुआ.
सभी जिलों में 45 हजार 726 शिकायतें आईं थी और 1905 शिकायतों का निवारण नहीं हुआ.

शिमला. हिमाचल प्रदेश में जयराम राज की सबसे अच्छी योजनाओं में से एक ‘जनमंच कार्यक्रम’ को कांग्रेस सरकार बंद करने जा रही है. हिमाचल प्रदेश के विधानसभा के बजट सत्र के दौरान पंचायती राज मंत्री जगत सिंह नेगी ने यह बात कही है. बजट सत्र के दौरान बुधवार को एक सवाल के जवाब में जगत सिंह नेगी ने कहा कि सरकार जनमंच कार्यक्रम को बंद करेगी. उन्होंने बताया कि पिछले 5 साल में जनमंच पर 5 करोड़ 34 लाख, 8 हजार 395 रुपये खर्च हुआ है. इस दौरान सभी जिलों में 45 हजार 726 शिकायतें आईं थी, जिनमें से 1905 शिकायतों का निवारण नहीं हुआ है.

वहीं, मंत्री के जवाब में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सदन में कहा कि बंद का दौर अभी खत्म नहीं हुआ है. जयराम ठाकुर ने जनमंच को बंद करने पर आपत्ति जताई और फिर से इस कार्यक्रम को शुरू करने की मांग रखी. इस मुद्दे पर सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष में फिर नोक झोंक भी हुई. नेता प्रतिपक्ष ने सत्ता पक्ष के सदस्य के सीट पर बैठे-बैठे टिप्पणी करने पर एतराज जताया. जयराम ठाकुर ने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से आग्रह किया कि एक बार जनमंच का आयोजन करें और फिर इसके प्रभाव को समझें.

मंत्री बोले हम नई योजना लाएंगे
राजस्व मंत्री जगत सिंह ने कहा कि कोई भी योजना बंद करना जारी रखना सरकार का अधिकार क्षेत्र है. जनमंच ‘लंचमत’ था. भाजपा कार्यकार्ताओं को बुलाया जाता था. इस मुद्दे पर सदन में हंगामा हो गया. सत्ता पक्ष और विपक्षी सदस्यों में नारेबाजी हुई. राजस्व मंत्री जगत सिंह ने शोरगुल के बीच कहा कि मैं जनमंच का भुगतभोगी हूं. मैंने जनता की बात उठाई तो मेरे खिलाफ केस दर्ज किया गया. वहीं, हंगामे पर सीएम ने कहा कि नई कार्यक्रम अपने कार्यक्रम लेकर आती है. पूर्व सरकार ने जनमंच पर भोजन पर 2 करोड़ और टेंटों पर 2 करोड़ से ज्यादा का खर्च किया. हम नई योजना लेकर आएंगे और नया मंच होगा. अधिकारियों को लताड़ने वाला मंच नहीं होगा. नए मंच के जरिए जनता की समस्या का समाधान सरकार करेगी.

क्या थी योजना
जयराम राज में यह योजना शुरू हुई थी. इस योजना के तहत हर जिले में लोगों को समस्याओं के निपटारे के लिए कार्यक्रम आयोजित होता था. सरकारी कार्यक्रम जनमंच में सरकारी के मंत्री मौके पर जाते थे और लोगों की समस्याएं सुनते थे और मौके पर निपटाने का प्रयास होता था. इस दौरान समस्याओं से संबधित विभाग के अफसर भी मौजूद होते थे और समस्याओं को लेकर उनके जवाब तलबी होती थी. यह जनमंच कार्यक्रम काफी लोकप्रिय हुआ था. हालांकि इसे लेकर विवाद भी कई बार सामने आए थे. कई बार कार्यक्रम के दौरान मंत्रियों द्वारा अफसरों को काफी फटकार लगाई जाती थी और इस वजह से मंत्रियों के व्यवहार को लेकर भी सवाल उठते थे. इस कार्यक्रम में जिस तरह से मंत्री अफसरों की बेइज्जती करते थे, उस पर कांग्रेस ने इसे ‘झंडमंच’ का नाम दिया था.

Tags: Himachal pradesh, Jairam Thakur, Sukhvinder Singh Sukhu

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