कोटखाई गैंगरेप : गुड़िया के परिजन मुख्यमंत्री से मिले, न्यायिक जांच की मांग की

गुड़िया के परिजनों ने पूर्व सरकार और शिमला पुलिस पर फिर उठाए सवाल
गुड़िया के पिता ने आरोप लगाया कि सीबीआई (CBI) असल गुनहगारों पर हाथ नहीं डाल पाई और वो अब भी खुले में घूम रहे हैं. वहीं गुड़िया की मां ने कहा कि इस मामले में किसी गरीब और निर्दोष पर कार्रवाई न हो. असली दरिंदे पकड़े जाएं.
- News18 Himachal Pradesh
- Last Updated: November 29, 2019, 12:09 PM IST
शिमला. हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के शिमला (Shimla) में बहुचर्चित कोटखाई दुष्कर्म और मर्डर केस (Kotkhai rape and murder case) (गुड़िया केस) में गुड़िया के माता-पिता और बहन ने गुरुवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Jairma Thakur) से मुलाकात की. गुड़िया के परिजन सीबीआई (CBI) जांच से संतुष्ट नहीं हैं और अब मुख्यमंत्री से मिलने के बाद उनसे न्यायिक जांच की मांग (Demand for Judicial Inquiry) की है. गुड़िया के परिजन और कुछ समाजसेविओं ने राज्य सचिवालय में मुख्यंत्री से मुलाकात की. परिजनों ने मामले पर सभी शंकाओं को रखा और ज्ञापन भी सौंपा.
परिजनों ने आंदोलन की चेतावनी दी
गुड़िया के पिता ने आरोप लगाया कि सीबीआई असल गुनहगारों पर हाथ नहीं डाल पाई और वो अब भी खुले में घूम रहे हैं. एक आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर भी सीबीआई से कई सवाल पूछे. इस बीच गुड़िया के पिता ने एक बार फिर से पूर्व सरकार और उस वक्त हुई पुलिस जांच पर कई सवाल खड़े किए. परिजनों ने न्याय नहीं मिलने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी.मुख्यमंत्री ने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिया
गुड़िया की मां ने कहा कि इस मामले में किसी गरीब और निर्दोष पर कार्रवाई न हो. असली दरिंदे पकड़े जाएं. गुड़िया की बहन ने भी सीबीआई जांच पर सवाल उठाए. गुड़िया के परिजनों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिया.
गौरतलब है कि 4 जुलाई 2017 को कोटखाई की एक छात्रा स्कूल से लौटते वक्त लापता हो गई थी. इसके बाद 6 जुलाई को कोटखाई के जंगल में बिना कपड़ों की उसकी लाश मिली थी. छात्रा की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई थी. मामले में छह आरोपी पकड़े गए थे. इनमें राजेंद्र सिंह उर्फ राजू, हलाइला गांव, सुभाष बिस्ट (42) गढ़वाल, सूरज सिंह (29) और लोकजन उर्फ छोटू (19) नेपाल और दीपक (38) पौड़ी गढ़वाल के कोटद्वार शामिल थे. इनमें से सूरज की कोटखाई थाने में 18 जुलाई 2017 की रात को हत्या कर दी गई थी. आरोप है कि राजू की सूरज से बहस हुई और उसके बाद राजू ने उसकी हत्या कर दी. सीबीआई ने इन दोनों मामलों में केस दर्ज किया है.ये भी पढ़ें - हिमाचल के कायल हुए Big-B, ‘यहां की सच्चाई-सादगी के बराबर कभी नहीं पहुंच सकते‘
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परिजनों ने आंदोलन की चेतावनी दी
गुड़िया के पिता ने आरोप लगाया कि सीबीआई असल गुनहगारों पर हाथ नहीं डाल पाई और वो अब भी खुले में घूम रहे हैं. एक आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर भी सीबीआई से कई सवाल पूछे. इस बीच गुड़िया के पिता ने एक बार फिर से पूर्व सरकार और उस वक्त हुई पुलिस जांच पर कई सवाल खड़े किए. परिजनों ने न्याय नहीं मिलने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी.मुख्यमंत्री ने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिया
गुड़िया की मां ने कहा कि इस मामले में किसी गरीब और निर्दोष पर कार्रवाई न हो. असली दरिंदे पकड़े जाएं. गुड़िया की बहन ने भी सीबीआई जांच पर सवाल उठाए. गुड़िया के परिजनों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिया.
गौरतलब है कि 4 जुलाई 2017 को कोटखाई की एक छात्रा स्कूल से लौटते वक्त लापता हो गई थी. इसके बाद 6 जुलाई को कोटखाई के जंगल में बिना कपड़ों की उसकी लाश मिली थी. छात्रा की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई थी. मामले में छह आरोपी पकड़े गए थे. इनमें राजेंद्र सिंह उर्फ राजू, हलाइला गांव, सुभाष बिस्ट (42) गढ़वाल, सूरज सिंह (29) और लोकजन उर्फ छोटू (19) नेपाल और दीपक (38) पौड़ी गढ़वाल के कोटद्वार शामिल थे. इनमें से सूरज की कोटखाई थाने में 18 जुलाई 2017 की रात को हत्या कर दी गई थी. आरोप है कि राजू की सूरज से बहस हुई और उसके बाद राजू ने उसकी हत्या कर दी. सीबीआई ने इन दोनों मामलों में केस दर्ज किया है.
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First published: November 29, 2019, 11:57 AM IST
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