हिमाचल पंचायत चुनाव: DU से ग्रेजुएट हैं अवंतिका चौहान, 22 साल की उम्र में प्रधान बनी

अंवतिका चौहान.
Panchayat Elections: 21 नवंबर 1998 को अवंतिका का जन्म हुआ है. वह पढ़ने में काफी होशियार हैं. अवंतिका ने 94 फीसदी अंकों के साथ 12वीं की परीक्षा पास की थी और इसके बाद दिल्ली मे लक्ष्मीबाई कॉलेज में दाखिला लिया था. वह युवा संसद में भाग ले चुकी हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: January 19, 2021, 8:08 AM IST
शिमला. हिमाचल प्रदेश में पंचायती राज चुनाव (Himachal Panchayat Elections) के पहले चरण में मतदाताओं ने युवाओं पर काफी भरोसा जताया है. इस बार सूबे के कई जिलों में युवा तुर्कों को सियासी कमान सौंपी गई है. इसी कड़ी में शिमला के रोहडू (Rohru) जिले के गांव सिधरोटी की 22 साल की अवंतिका चौहान प्रधान चुनी गई हैं. शिमला (Shimla) के विकास खंड रोहडू की पंचायत लोअरकोटी में 22 साल की अवंतिका चौहान को प्रधान चुना है. इसी पंचायत के अंकुश शर्मा उपप्रधान चुने गए हैं.
दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजएट
मौजूदा समय में लोअर कोटी ग्राम पंचायत से 22 साल की अवंतिका ग्रामीण विकास में एमए कर रही हैं. हालांकि, इससे पहले अवंतिका ने दिल्ली विद्यालय से बीकॉम में अपनी ग्रेजुएशन की है. ऐसे में इतनी छोटी सी उम्र में चुनाव जीतना अपने आप में बड़ी उपल्ब्धि है.
पढ़ने में होशियार21 नवंबर 1998 को अवंतिका का जन्म हुआ है. वह पढ़ने में काफी होशियार हैं. अवंतिका ने 94 फीसदी अंकों के साथ 12वीं की परीक्षा पास की थी और इसके बाद दिल्ली मे लक्ष्मीबाई कॉलेज में दाखिला लिया था. वह युवा संसद में भाग ले चुकी हैं.
क्या बोली अवंतिका
जीत के बाद अवंतिका चौहान ने लोअर कोटी पंचायत की समस्त जनता का युवा-नेतृत्व में भरोसा जताने के लिए दिल की गहराई से आभार जताया और कहा कि मैं करबद्ध कृतज्ञ हूं, कि आपने मुझपर विश्वास जताया; मैं गौरवान्वित हूं, कि मेरी जनता ने एक युवा की भविष्य-निर्माण की सोच को सराहा. मैं सम्मानित हूं कि आपने मुझे मेरी पंचायत के सर्वांगीण विकास के मेरे सपने को पूरा करने का अवसर प्रदान किया. आपके विश्वास, आपके साथ, आपके सम्मान को मैं कभी भुला नहीं सकती. ये क्षण मेरे लिए अद्वितीय है. मैं सदैव आपकी ऋणी हूं. धन्यवाद, धन्यवाद, हार्दिक धन्यवाद. इस सफलता के श्रेय के वास्तविक हकदार मेरे सभी युवा साथी, मेरे भाई, मेरी बहनें, मेरी माताएं और सभी बुद्धिजीवी हैं जिनकी महीनों की कड़ी मेहनत के कारण ही मैं विकास के मेरे सपने को हर एक मतदाता तक पहुंचा पाई और सबका भरोसा जीत पाई. आज के इस क्षण को ऐतिहासिक बनाने के लिए दिल की गहराई से आपका आभार.
दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजएट
मौजूदा समय में लोअर कोटी ग्राम पंचायत से 22 साल की अवंतिका ग्रामीण विकास में एमए कर रही हैं. हालांकि, इससे पहले अवंतिका ने दिल्ली विद्यालय से बीकॉम में अपनी ग्रेजुएशन की है. ऐसे में इतनी छोटी सी उम्र में चुनाव जीतना अपने आप में बड़ी उपल्ब्धि है.
पढ़ने में होशियार21 नवंबर 1998 को अवंतिका का जन्म हुआ है. वह पढ़ने में काफी होशियार हैं. अवंतिका ने 94 फीसदी अंकों के साथ 12वीं की परीक्षा पास की थी और इसके बाद दिल्ली मे लक्ष्मीबाई कॉलेज में दाखिला लिया था. वह युवा संसद में भाग ले चुकी हैं.
क्या बोली अवंतिका
जीत के बाद अवंतिका चौहान ने लोअर कोटी पंचायत की समस्त जनता का युवा-नेतृत्व में भरोसा जताने के लिए दिल की गहराई से आभार जताया और कहा कि मैं करबद्ध कृतज्ञ हूं, कि आपने मुझपर विश्वास जताया; मैं गौरवान्वित हूं, कि मेरी जनता ने एक युवा की भविष्य-निर्माण की सोच को सराहा. मैं सम्मानित हूं कि आपने मुझे मेरी पंचायत के सर्वांगीण विकास के मेरे सपने को पूरा करने का अवसर प्रदान किया. आपके विश्वास, आपके साथ, आपके सम्मान को मैं कभी भुला नहीं सकती. ये क्षण मेरे लिए अद्वितीय है. मैं सदैव आपकी ऋणी हूं. धन्यवाद, धन्यवाद, हार्दिक धन्यवाद. इस सफलता के श्रेय के वास्तविक हकदार मेरे सभी युवा साथी, मेरे भाई, मेरी बहनें, मेरी माताएं और सभी बुद्धिजीवी हैं जिनकी महीनों की कड़ी मेहनत के कारण ही मैं विकास के मेरे सपने को हर एक मतदाता तक पहुंचा पाई और सबका भरोसा जीत पाई. आज के इस क्षण को ऐतिहासिक बनाने के लिए दिल की गहराई से आपका आभार.