हिमाचल में मरीजों को अब अस्पताल के लिए हेली एंबुलेंस सेवा के जरिए पहुंचाने की मुहिम सफल हो गई है. निशुल्क हवाई एम्बुलेंस सेवा को आरम्भ करने के लिए राज्य सरकार, हेलिमिशन फांउडेशन स्विट्जरलैंड और लेडी वैलिंग्डन अस्पताल मनाली के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर पर सचिवालय में साइन किए गए.
स्विट्जरलैंड हेलिमिशन फांउडेशन और लेडी वैलिग्नटन अस्पताल मनाली अपनी सेवाएं देगा. सीएम जयराम ठाकुर ने निःशुल्क हवाई एम्बुलेंस सेवा आरम्भ करने के प्रस्ताव के लिए आभार भी व्यक्त किया.
इस हवाई एम्बुलेंस सेवा से पूरे प्रदेश के मरीजों को नजदीक के स्वास्थ्य संस्थान के लिए लिफ्ट किया जा सकेगा. जो 108 एम्बुलेंस सेवा के साथ समन्वय स्थापित करके कार्य करेगी. सरकार ने सभी आवश्यक अधोसंरचना जैसे मानव संसाधनों के लिए आवासीय स्थान, लैंडिंग और हेलिकॉप्टर के रख-रखाव का सुविधा उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया है.
हेली एंबुलेंस का सबसे ज्यादा फायदा जनजातीय क्षेत्रों को होगा, जहां पर सर्दियों में बर्फबारी होने के बाद मरीजों को जिले से बाहर निकालना मुश्किल होता है. अब यह सारा काम अब हेली एंबुलेंस के जरिए होगा.
एमओयू साइनिंग सेरेमनी पर हेलिमिशन फांउडेशन स्विट्जरलैंड के अन्तर्राष्ट्रीय निदेशक सीमन टैनर ने कहा कि फांउडेशन इस क्षेत्र में गत 47 वर्षों से कार्य कर रही है.
इस सुविधा से हिमाचल के पिछड़े और जनजातीय क्षेत्रों को फायदा होगा. शिमला के अलावा, लाहौल-स्पीति, किन्नौर, चंबा जैसे जिलों के कबाईली और पिछले इलाकों के लिए यह सुविधा वरदान साबित होगी. रोहतांग पास से दूसरी और बसी लाहौल घाटी को भी इसका खासा फायदा होगा. क्योंकि ये इलाका भारी बर्फबारी के बाद देश और दुनिया से कट जाता था.
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FIRST PUBLISHED : June 15, 2018, 15:11 IST