हिमाचल गौरव: ADGP वेणुगोपाल, SP ओमापति जम्वाल समेत 5 को राष्ट्रपति पुलिस पदक

हिमाचल पुलिस के एडीजीपी और एसपी समेत 5 पुलिसवालों को राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया.
Shimla News: हिमाचल पुलिस के अधिकारियों को उनके सराहनीय योगदान पर राष्ट्रपति मेडल से नवाजा गया है. बेहतरीन सेवाओं के लिए प्रदेश के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, सीआईडी, एन.वेणुगोपाल, एसपी विजिलेंस समेत 5 पुलिसकर्मी राष्ट्रपति पुलिस मेडल से सम्मानित होंगे.
- News18 Himachal Pradesh
- Last Updated: January 26, 2021, 8:05 PM IST
शिमला. देश में प्रेजिटेंड पुलिस मेडल की घोषणा हुई है. इसमें हिमाचल पुलिस के अधिकारियों को भी उनके सराहनीय योगदान पर राष्ट्रपति मेडल से नवाजा गया है. बेहतरीन सेवाओं के लिए प्रदेश के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, सीआईडी, एन.वेणुगोपाल, एसपी विजिलेंस समेत 5 पुलिसकर्मी राष्ट्रपति पुलिस मेडल से सम्मानित होंगे. तय प्रकिया के तहत गणतंत्र दिवस से पहले इसकी घोषणा होती है और प्रदेश के राजभवन में कार्यक्रम आयोजित कर ये मेडल प्रदान किए जाते हैं. एडीजीपी सीआईडी और एसपी विजिलेंस के अलावा पुलिस मुख्यालय में तैनात एसपी भगत सिंह ठाकुर, पीटीसी डरोह में तैनात सब इंस्पेक्टर सतपाल और एचपीएपी जुन्गा में तैनात हेड कॉन्सटेबल राजेंद्र कुमार को पुलिस पदक से नवाजा गया है.
आईपीएस अधिकारी एन. वेणुगोपाल ने अपने सेवाकाल में कई महत्वपूर्ण मामलों में उल्लेखनीय कार्य किया है. कांगड़ा जिले में एएसपी रहते हुए उन्होंने फर्जी शस्त्र लाइसेंस स्कैंडल, अवैध विदेशी नकदी रैकेट जैसे कई मामलों में जांच की और आरोपियों को जेल में बंद किया. धर्मगुरु दलाईलामा की सुरक्षा को लेकर किए गए सराहनीय कार्यों के अलावा किन्नौर में आपदा के समय लोगों की जान बचाई. कई महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए वीवीआईपी ड्यूटी के अलावा नशे के सौदागरों के खिलाफ भी बेहतरीन कार्य किया.
ओमापति जम्वाल जिस समय शिमला के एसपी रहे, उस दौरान साल 2018 में चौपाल थाना देशभर में छठे स्थान पर रहा, जिसका श्रेय ओमापति जम्वाल के कुश्ल नेतृत्व को जाता है.
इतना ही नहीं अपराध एवं अपराधी ट्रैकिंग नेटवर्क (सीसीटीएनएस) में शिमला जिले के 15 थानों ने श्रेष्ठ प्रदर्शन किया. नशे के खिलाफ लड़ाई के लिए ओमापति जम्वाल थाना स्तर पर नशा निवारण समिति गठित करने की योजना लेकर आए. इस योजना की सफलता को देखते हुए प्रदेशभर में इसे लागू किया गया. इस योजना को 2019 में स्कॉच अवार्ड से भी नवाजा गया. नशे के खिलाफ अभियान में चिट्टे पर ध्यान केंद्रित करते हुए सैकड़ों तस्करों को पकड़ा और सलाखों के पीछे पहुंचाया जिनमें विदेशी नागरिक भी शामिल है. नशे के खिलाफ ओमापति जम्वाल खासे मुखर रहे और उल्लेखनीय कार्य किया.
पुलिस मुख्यालय में बतौर एसपी वेलफेयर के पद पर तैनात भगत सिंह ठाकुर का प्रदेशभर में 19 सेंट्रल पुलिस कैंटीन स्थापित करने में अहम योगदान रहा. दुर्घटनाओं में जान गंवाने वाले पुलिसकर्मियों के परिवारों तक मदद पहुंचाने में उत्कृष्ट कार्य किया. सब इन्सपेक्टर सतपाल और हेड कॉन्सटेबल राजेंद्र अपनी विशिष्ट कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं. ट्रैनिंग के दौरान किए सराहनीय कार्यों और नवाचार के लिए उन्हें राष्ट्रपति पुलिस पदक से नवाजा गया है.
आईपीएस अधिकारी एन. वेणुगोपाल ने अपने सेवाकाल में कई महत्वपूर्ण मामलों में उल्लेखनीय कार्य किया है. कांगड़ा जिले में एएसपी रहते हुए उन्होंने फर्जी शस्त्र लाइसेंस स्कैंडल, अवैध विदेशी नकदी रैकेट जैसे कई मामलों में जांच की और आरोपियों को जेल में बंद किया. धर्मगुरु दलाईलामा की सुरक्षा को लेकर किए गए सराहनीय कार्यों के अलावा किन्नौर में आपदा के समय लोगों की जान बचाई. कई महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए वीवीआईपी ड्यूटी के अलावा नशे के सौदागरों के खिलाफ भी बेहतरीन कार्य किया.
ओमापति जम्वाल जिस समय शिमला के एसपी रहे, उस दौरान साल 2018 में चौपाल थाना देशभर में छठे स्थान पर रहा, जिसका श्रेय ओमापति जम्वाल के कुश्ल नेतृत्व को जाता है.
इतना ही नहीं अपराध एवं अपराधी ट्रैकिंग नेटवर्क (सीसीटीएनएस) में शिमला जिले के 15 थानों ने श्रेष्ठ प्रदर्शन किया. नशे के खिलाफ लड़ाई के लिए ओमापति जम्वाल थाना स्तर पर नशा निवारण समिति गठित करने की योजना लेकर आए. इस योजना की सफलता को देखते हुए प्रदेशभर में इसे लागू किया गया. इस योजना को 2019 में स्कॉच अवार्ड से भी नवाजा गया. नशे के खिलाफ अभियान में चिट्टे पर ध्यान केंद्रित करते हुए सैकड़ों तस्करों को पकड़ा और सलाखों के पीछे पहुंचाया जिनमें विदेशी नागरिक भी शामिल है. नशे के खिलाफ ओमापति जम्वाल खासे मुखर रहे और उल्लेखनीय कार्य किया.
पुलिस मुख्यालय में बतौर एसपी वेलफेयर के पद पर तैनात भगत सिंह ठाकुर का प्रदेशभर में 19 सेंट्रल पुलिस कैंटीन स्थापित करने में अहम योगदान रहा. दुर्घटनाओं में जान गंवाने वाले पुलिसकर्मियों के परिवारों तक मदद पहुंचाने में उत्कृष्ट कार्य किया. सब इन्सपेक्टर सतपाल और हेड कॉन्सटेबल राजेंद्र अपनी विशिष्ट कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं. ट्रैनिंग के दौरान किए सराहनीय कार्यों और नवाचार के लिए उन्हें राष्ट्रपति पुलिस पदक से नवाजा गया है.