स्वच्छता सर्वेक्षण में अव्वल आने के लिए MC शिमला ने कसी कमर, ये हैं तैयारियां

शिमला नगर निगम के कूडा उठाने के लिए लगे डिब्बे
शिमला निगम ने अगले साल होने वाली स्वच्छता प्रतियोगिता में अव्वल आने के लिए अब गीले और सूखे कचरे को अलग अलग डिब्बे में एकत्र कर भरयाल स्थित प्लांट में निष्पादन करने का फैसला लिया है.
- News18 Himachal Pradesh
- Last Updated: December 4, 2018, 10:57 AM IST
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला की स्वच्छता रैंकिंग में अव्वल आने के लिए निगम प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. निगम ने अगले साल होने वाली स्वच्छता प्रतियोगिता में अव्वल आने के लिए अब गीले और सूखे कचरे को अलग अलग डिब्बे में एकत्र कर भरयाल स्थित प्लांट में निष्पादन करने का फैसला लिया है.
निगम ने गीले और सूखे कूड़े को अलग अलग एकत्र करने के लिए जो योजना पहले तीन वार्डों में करने का निर्णय लिया था उसे अब निगम ने शहर के सभी 34 वार्डों में एकत्र करने का निर्णय लिया है. बीते सोमवार को निगम आयुक्त की अध्यक्षता में हुई स्वच्छता सर्वेक्षण की बैठक में यह फैसला लिया गया है.
निगम आयुक्त पंकज राय ने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण में शिमला की रैंकिंग सुधारने के लिए निगम शहर के लोगों को भी जागरुक कर रहा है. इसके लिए मोबाइल एप के साथ साथ गीले और सूखे कूड़े को अलग अलग डिब्बजे में एकत्र कर निष्पादन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इसके लिए शहरवासियों को नीले और हरे रंग के बैग आवंटित किए जाएंगे, जिसमें शहरवासी गीला और सूखा कूड़ा दे सकते हैं.
उन्होंने बताया कि इसके अलावा स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए मोबाइल एप भी डाउनलोड करवाई जा रही है जिसमें अब तक करीब 10 हजार लोगों को जागरूक किया जा चुका है.गौरतलब है कि साल 2016 की स्वच्छता रैंकिंग में देश भर में 27वें स्थान पर रहने वाला शिमला शहर 2017 में 47वें पायदान पर पहुंच गया था. वहीं वर्ष 2014 में शिमला को 14वां रैंक मिला था, जबकि भारत सरकार के शहरी विकास मंत्रालय ने स्वच्छसर्वेक्षण 2018 में जारी की गई सूची में शिमला शहर टॉप के 100 शहरों में भी शामिल नहीं हो पाया है.
नगर निगम आयुक्त का कहना है कि इस बार पहले से ही तैयारियां की जा रही हैं और इस बार टॉप टेन शहरों में आने के लिए प्रयास तेज किए गए हैं. उन्होंने बताया कि नगर निगम शिमला का स्तर स्वच्छता सर्वेक्षण में हर साल पिछड़ता जा रहा है, जिसे इस बार सुधारा जाएगा.
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निगम ने गीले और सूखे कूड़े को अलग अलग एकत्र करने के लिए जो योजना पहले तीन वार्डों में करने का निर्णय लिया था उसे अब निगम ने शहर के सभी 34 वार्डों में एकत्र करने का निर्णय लिया है. बीते सोमवार को निगम आयुक्त की अध्यक्षता में हुई स्वच्छता सर्वेक्षण की बैठक में यह फैसला लिया गया है.
निगम आयुक्त पंकज राय ने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण में शिमला की रैंकिंग सुधारने के लिए निगम शहर के लोगों को भी जागरुक कर रहा है. इसके लिए मोबाइल एप के साथ साथ गीले और सूखे कूड़े को अलग अलग डिब्बजे में एकत्र कर निष्पादन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इसके लिए शहरवासियों को नीले और हरे रंग के बैग आवंटित किए जाएंगे, जिसमें शहरवासी गीला और सूखा कूड़ा दे सकते हैं.
उन्होंने बताया कि इसके अलावा स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए मोबाइल एप भी डाउनलोड करवाई जा रही है जिसमें अब तक करीब 10 हजार लोगों को जागरूक किया जा चुका है.गौरतलब है कि साल 2016 की स्वच्छता रैंकिंग में देश भर में 27वें स्थान पर रहने वाला शिमला शहर 2017 में 47वें पायदान पर पहुंच गया था. वहीं वर्ष 2014 में शिमला को 14वां रैंक मिला था, जबकि भारत सरकार के शहरी विकास मंत्रालय ने स्वच्छसर्वेक्षण 2018 में जारी की गई सूची में शिमला शहर टॉप के 100 शहरों में भी शामिल नहीं हो पाया है.
नगर निगम आयुक्त का कहना है कि इस बार पहले से ही तैयारियां की जा रही हैं और इस बार टॉप टेन शहरों में आने के लिए प्रयास तेज किए गए हैं. उन्होंने बताया कि नगर निगम शिमला का स्तर स्वच्छता सर्वेक्षण में हर साल पिछड़ता जा रहा है, जिसे इस बार सुधारा जाएगा.
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