IGMC में लंगर पर दंगल: ऐलान-अब कैंसर अस्पताल में लंगर नहीं लगाएंगे सर्बजीत बॉबी

शिमला के आईजीएमसी अस्पताल में बॉबी फ्री में लंगर चलाते हैं.
Igmc Langar Controversy: मामला अब सीएम के पास भी पहुंचा है. पूरे मामले में सरकार की किरकिरी भी हुई है. क्योंकि ब़ॉबी ने सरकार और आईजीएमसी के सीनियर डॉक्टर पर भी आरोप लगाए थे.
- News18Hindi
- Last Updated: January 23, 2021, 8:26 AM IST
शिमला. हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला (Shimla) में सबसे बड़े अस्पताल और मेडिकल कॉलेज आईजीएमसी (IGMC) के कैंसर अस्पताल में अब समाजसेवी सर्वजीत सिंह बॉबी लंगर नहीं लगाएंगे. उन्होंने लंगर और रेन बसेरे को लेकर पिछले कुछ समय से विवाद के बाद यह फैसला किया है. ऑलमाइटी ब्लेसिंग संस्था के संस्थापक बॉबी ने रिज मैदान (Rigde) पर अटल बिहारी वाजपेई की मूर्ति के पास शांतिपूर्ण धरना भी दिया था. अब उन्होंने 31 मार्च से आईजीएमसी में लंगर बंद करने का फैसला लिया है.
क्या बोले ब़ॉबी
बॉबी ने कहा कि 31 मार्च के बाद से वह आईजीएमसी में लंगर नहीं लगाएगे. उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह इसके बाद आईजीएमसी में अब लंगर की बुकिंग ना कराएं और ना ही लंगर के लिए उन्हें दान दें. उन्होंने बताया कि पिछले कुछ समय से सरकार के साथ गतिरोध चल रहा है, जिस रेन बसेरे का वहां अटेंडेंट्स के रहने के लिए निर्माण किया गया है, उसमें लोगों के रहने की व्यवस्था की जानी चाहिए, ना कि लंगर चलाया जाना चाहिए. लंगर भवन को वह नोफेल वेलफेयर सोसाइटी को दे देंगे.
वीरभद्र ने दिया था साथइस पूरे मामले में कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह ने भी ब़ॉबी का समर्थन किया था. विवादों के बीच इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने यहां पर रैन बसरे का उद्घाटन किया था. मामला अब सीएम के पास भी पहुंचा है. पूरे मामले में सरकार की किरकिरी भी हुई है. क्योंकि ब़ॉबी ने सरकार और आईजीएमसी के सीनियर डॉक्टर पर भी आरोप लगाए थे.
क्या बोले ब़ॉबी
बॉबी ने कहा कि 31 मार्च के बाद से वह आईजीएमसी में लंगर नहीं लगाएगे. उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह इसके बाद आईजीएमसी में अब लंगर की बुकिंग ना कराएं और ना ही लंगर के लिए उन्हें दान दें. उन्होंने बताया कि पिछले कुछ समय से सरकार के साथ गतिरोध चल रहा है, जिस रेन बसेरे का वहां अटेंडेंट्स के रहने के लिए निर्माण किया गया है, उसमें लोगों के रहने की व्यवस्था की जानी चाहिए, ना कि लंगर चलाया जाना चाहिए. लंगर भवन को वह नोफेल वेलफेयर सोसाइटी को दे देंगे.
वीरभद्र ने दिया था साथइस पूरे मामले में कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह ने भी ब़ॉबी का समर्थन किया था. विवादों के बीच इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने यहां पर रैन बसरे का उद्घाटन किया था. मामला अब सीएम के पास भी पहुंचा है. पूरे मामले में सरकार की किरकिरी भी हुई है. क्योंकि ब़ॉबी ने सरकार और आईजीएमसी के सीनियर डॉक्टर पर भी आरोप लगाए थे.