हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के पड़ोसी राज्यों पंजाब औऱ हरियाणा (Haryana) में भारी बारिश के कारण खेतों में खड़ी सब्जियों की फसल को नुकसान हुआ है. वहीं अब इसका खामियाजा प्रदेश के उपभोक्ताओं (Consumer) को भी भुगतना पड़ रहा है. पड़ोसी राज्यों में सब्जी की फसल को नुकसान होने से सब्जियों की आपूर्ति प्रभावित हुई है. सब्जियों की आमद कम होने औऱ मांग बढ़ने से दाम में अचानक बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. शिमला (Shimla) की लोकल सब्जी मंडी में अधिकतर सब्जियों (Vegetable) के दामों में दो से तीन गुना बढ़ोतरी हुई है. एक सप्ताह के भीतर दाम अचानक बढ़ने लगे थे और बढ़ोतरी जारी है.
लोकल सब्जी मंडी की बात करें तो टमाटर 1 सप्ताह के भीतर ₹60 प्रति किलो पर पहुंच गया. वहीं मटर ने शतक लगा दिया है, जबकि फूल गोभी ₹80 प्रति किलो मिल रही है. भारी बारिश से सब्जी के फसल को हुए नुकसान का सीधा असर लोगों की जेब पर पड़ रहा है उपभोक्ता कहीं ना कहीं महंगी सब्जियां खरीदने को मजबूर है. अधिकतर सब्जियां 1 सप्ताह के भीतर 10 से 20 रुपये का इजाफा हुआ है.
सब्जी विक्रेताओं की मानें बाहरी राज्यों से सब्जियां कम आने से दाम बढ़ें हैं, लोकल सब्जी मंडी में अधिकतर सब्जियां 30 से ₹100 के बीच में बेची जा रही है. पहाड़ी आलू की बात की जाए तो पहाड़ी आलू 40 रुपये प्रतिकिलो, जबकि प्याज में भी 5 रुपये की बढ़ोतरी के 25 रूपये प्रतिकिलो मिल रहा है. प्रदेश में सब्जियों का सीजन भी अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है. ऐसे में सब्जियों के दाम बढ़ने लगे है औऱ उपभोक्ताओं के जेब पर महंगी सब्जियों का अतिरिक्त बोझ पड़ने लगा है. हालांकि, कोरोना काल के दौरान लोगों को सस्ती सब्जी मिली, लेकिन अब महंगी सब्जियां परेशानी का सबब बनता जा रहा है.
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FIRST PUBLISHED : August 25, 2020, 13:46 IST