Shimla BOD Meeting: शिमला में फिलहाल नहीं बढ़ेंगी पानी की दरें, 34000 उपभोक्ताओं को राहत

छोटे शहरों में शिमला को सबसे आरामदायक शहर माना गया है.
Water supply in Shimla: बैठक के दौरान शहर में पानी की सप्लाई गर्मियों में बिना किसी बाधा के जारी रखने के लिए निगम पूरी तरह से आश्वास्त दिखा. निगम ने बताया कि स्रोतों में जल स्तर घटा है, लेकिन डिमांड के मुताबिक सप्लाई दे सकते हैं.
- News18 Himachal Pradesh
- Last Updated: April 8, 2021, 1:34 PM IST
शिमला. हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में पेयजल उपभोक्ताओं को फिलहाल एक राहत मिली है. शिमला जल निगम की बीओडी ने फिलहाल शहर में हर साल बढ़ने वाली दस फीसद दरों को नहीं बढ़ाने का फैसला लिया है. यह फैसला जल निगम की अगली बीओडी की बैठक तक लागू रहेगा. मुख्य सचिव अनिल खाची की अध्यक्षता में हुई निदेशक मंडल की बैठक में ये फैसला किया है.
इसके मुताबिक, अगली बीओडी तक इस फैसले को स्थगित कर दिया है.जिससे शिमला के करीब 34 हजार पेयजल उपभोक्ताओं को राहत मिली है. निगम की पानी की सप्लाई बढ़ने तक शहर के बाहर नए कनेक्शन न देने का फैसला लिया है.जब निगम को कोई नई स्कीम मिलेगी, उसके बाद ही शहर के बाहर लोगों को पानी के नए कनेक्शन निगम की ओर से जारी किए जाएंगे.
बीओडी की बैठक में न्यू मर्ज एरिया के लोगो को भी राहत मिली है जिसमे न्यू कनेक्शन लेने के लिए ली जाने वाली सिक्योरिटी की रकम पांच हजार से घटाकर 2500 करने का फैसला लिया है.
इसके मुताबिक, अगली बीओडी तक इस फैसले को स्थगित कर दिया है.जिससे शिमला के करीब 34 हजार पेयजल उपभोक्ताओं को राहत मिली है. निगम की पानी की सप्लाई बढ़ने तक शहर के बाहर नए कनेक्शन न देने का फैसला लिया है.जब निगम को कोई नई स्कीम मिलेगी, उसके बाद ही शहर के बाहर लोगों को पानी के नए कनेक्शन निगम की ओर से जारी किए जाएंगे.
बीओडी की बैठक में न्यू मर्ज एरिया के लोगो को भी राहत मिली है जिसमे न्यू कनेक्शन लेने के लिए ली जाने वाली सिक्योरिटी की रकम पांच हजार से घटाकर 2500 करने का फैसला लिया है.
हर माह पानी के बिल होंगे जारी
शहर में घरेलू उपभोक्ताओं को पानी के बिल एक महीना छोड़़कर तो कार्मशियल उपभोक्ताओं को हर महीने बिल जारी किए जाएंगे. शहर में होटलों को टैंकर से सप्लाई शुरू करने से पहले कानूनी सलाह ली जाएगी . बैठक में नगर निगम की मेयर सत्या कौंडल, डिप्टी मेयर शैलेंद्र चौहान, आयुक्त आशीष कोहली, दिग्वजिय चौहान, निगम के प्रबंध निदेशक धर्मेंद्र गिल सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे. बैठक में निगम के आफिस के साथ ही 10 एमएलडी क्षमता का टैंक बनाने का फैसला भी लिया गया है. चाबा से गुम्मा तक आने वाली पाइपलाइन को भी निगम के अधीन लाने का फैसला लिया गया है. वहीं बीओडी की बैठक में जल निगम के अधीन कार्य करने वाले 31 आउटसोर्स कर्मचारियों को एक साल का सेवाविस्तार दिया गया है.