गलत रिपोर्ट में HIV पॉजिटिव बताया, सदमे से महिला की मौत

शिमला के प्राइवेट अस्पताल ने महिला HIV पॉजिटिव बता दिया. इससे सदमे में आइ महिला की मौत हो गई.
शिमला के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (Shimla) डॉ. नीरज मित्तल ने निजी अस्पताल (Private Hospital) को नोटिस जारी करने की बात कही है.
- News18 Himachal Pradesh
- Last Updated: August 27, 2019, 12:49 PM IST
निजी अस्पताल ने महिला की गलत टेस्ट रिपोर्ट बनाकर उन्हें एचआईवी (HIV) पॉजिटिव बता दिया. इससे वह सदमे में आ गईं. पहले वह कोमा में चली गईं और बाद में उनका निधन हो गया. मामला हिमाचल की राजधानी शिमला (Shimla) का है.
अमर उजाला की खबर के अनुसार, महिला निजी अस्पताल में इलाज कराने गई थी. यहां टेस्ट रिपोर्ट में उन्हें एचआईवी पॉजिटिव बता दिया गया था. हालांकि, बाद में आईजीएमसी (इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज) में एचआईवी टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव आई. लेकिन, महिला को जब पहली वाली रिपोर्ट का पता चला तो वह कोमा में चली गई थीं. बाद में उनकी मौत हो गई.
आईजीएमसी में करवाए टेस्ट
जब महिला को आईजीएमसी शिमला लाया गया तो यहां महिला के साथ उनके पति का भी एचआईवी टेस्ट किया गया था. दोनों की रिपोर्ट निगेटिव आई. महिला की मौत के बाद परिजनों में रोष है. परिजनों ने मांग की है कि निजी अस्पताल पर कड़ी कार्रवाई की जाए. महिला के भाई का आरोप है कि निजी अस्पताल की रिपोर्ट के चलते उनकी बहन की तबीयत बिगड़ी.ये है पूरा मामला
रोहड़ू क्षेत्र की 22 वर्षीय महिला को 21 अगस्त को बच्चेदानी की ट्यूब फटने के बाद वहां के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. महिला के टेस्ट करवाए गए तो रिपोर्ट एचआईवी पॉजिटिव बता दी गई. अगले दिन उन्हें सर्जरी के लिए केएनएच रेफर किया गया. यहां महिला को एचआईवी पॉजिटिव होने की बात पता चल गई. महिला के भाई ने बताया कि इस बीच शाम को उनकी बहन की हालत बिगड़ गई और वह कोमा में चली गई.
ब्रेन हुआ डैड
महिला के भाई ने बताया कि डॉक्टरों से जब पूछा तो उन्होंने ब्रेन डेड बता कर आईजीएमसी रेफर कर दिया. यहां दोनों की रिपोर्ट निगेटिव आई. अब महिला के परिजन इस मामले की शिकायत स्वास्थ्य महकमे से करने जा रहे हैं. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीरज मित्तल का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है. निजी अस्पताल को नोटिस जारी किया जाएगा. स्वास्थ्य सेवाएं निदेशक को भी जानकारी दी जाएगी.
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आईजीएमसी में करवाए टेस्ट
जब महिला को आईजीएमसी शिमला लाया गया तो यहां महिला के साथ उनके पति का भी एचआईवी टेस्ट किया गया था. दोनों की रिपोर्ट निगेटिव आई. महिला की मौत के बाद परिजनों में रोष है. परिजनों ने मांग की है कि निजी अस्पताल पर कड़ी कार्रवाई की जाए. महिला के भाई का आरोप है कि निजी अस्पताल की रिपोर्ट के चलते उनकी बहन की तबीयत बिगड़ी.ये है पूरा मामला
रोहड़ू क्षेत्र की 22 वर्षीय महिला को 21 अगस्त को बच्चेदानी की ट्यूब फटने के बाद वहां के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. महिला के टेस्ट करवाए गए तो रिपोर्ट एचआईवी पॉजिटिव बता दी गई. अगले दिन उन्हें सर्जरी के लिए केएनएच रेफर किया गया. यहां महिला को एचआईवी पॉजिटिव होने की बात पता चल गई. महिला के भाई ने बताया कि इस बीच शाम को उनकी बहन की हालत बिगड़ गई और वह कोमा में चली गई.
ब्रेन हुआ डैड
महिला के भाई ने बताया कि डॉक्टरों से जब पूछा तो उन्होंने ब्रेन डेड बता कर आईजीएमसी रेफर कर दिया. यहां दोनों की रिपोर्ट निगेटिव आई. अब महिला के परिजन इस मामले की शिकायत स्वास्थ्य महकमे से करने जा रहे हैं. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीरज मित्तल का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है. निजी अस्पताल को नोटिस जारी किया जाएगा. स्वास्थ्य सेवाएं निदेशक को भी जानकारी दी जाएगी.
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