ऊना में लापता युवक को लेकर प्रशासन से गुहार लगाने पहुंचे परिजन.
हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना के गांव रायपुर सहोड़ा नरेश कुमार उर्फ सुमित को लापता हुए 7 दिन बीत गए हैं. पुलिस शिकायत के बावजूद युवक का कोई पता नहीं चल पाया है. पुलिस की कार्रवाई से नाखुश परिजन ग्रामीणों के साथ एसी-टू-डीसी के दरबार में पहुंचे.
जिला परिषद सदस्य पंकज सहोड़ की अगुवाई में परिजनों ने एसी-टू-डीसी एसके पराशर को ज्ञापन सौंपा. परिजनों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर दो दिन के भीतर लापता युवक का कोई सुराग नहीं लगता है, तो ग्रामीणों को साथ लेकर मैहतपुर में चक्का जाम किया जाएगा, जिसकी जिम्मेवारी जिला प्रशासन की होगी.
नरेश कुमार उर्फ सुमित निवासी रायपुर सहोड़ा 24 सिंतबर को शाम करीब 7 बजे से लापता है. इसी शाम को छोटे भाई निखिल को फोन पर कहा था कि बारिश अधिक होने के कारण मैं घर नहीं आ पाऊंगा. इसके बाद से उसके साथ कोई संपर्क नहीं हो पाया.
25 सितंबर को फोन पर संपर्क करना चाहा, तो सुमित को फोन बंद था. काफी देर बाद जब दोबारा फोन किया तो एक महिला ने फोन उठाया. महिला ने बताया कि यह फोन उसे ऊना के साथ लगते गांव कोटला कलां में गिरा हुआ मिला है. जहां से फोन मिला है, उसी स्थान से नरेश की मोटर साइकिल और चप्पलें भी मिली हैं.
छोटे भाई निखिल ने नरेश के लापता होने की शिकायत पुलिस थाना ऊना में दर्ज करवाई. एक सप्ताह से अधिक दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है. जिला परिषद सदस्य पंकज सहोड़ ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए ढि़लाई बरतने के आरोप लगाए.
पंकज ने कहा कि अगर दो दिन के भीतर नरेश का कोई सुराग नहीं लगता है, तो मजबूरन मैहतपुर में चक्का जाम करना पड़ेगा.
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