खूंटी जिले में पिछले दस दिनों से लाइट की कोई व्यवस्था नहीं है, जिस कारण यहां के लोग अंधेरे में रहने को मजबूर हैं. खास बात तो यह है कि यह ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा का गृह जिला है.
मंत्री के गृह जिला होने के बावजूद यहां का अगर ये हाल है तो अन्य जगहों का क्या हाल होगा. यहां के शहर, गांव सभी जगहों पर बिजली आपूर्ति की बेहद लचर व्यवस्था है. अधिकारियों से गुहार या राजनीतिक दलों का सड़कों पर प्रदर्शन भी जिले में बिजली आपूर्ति को दुरुस्त करने में नाकाम रहा.
गौरतलब है कि जिले में बिजली आपूर्ति को सुचारू रूप से बनाए रखने के लिए आठ मेगावाट की जरुरत है, लेकिन यहां महज तीन मेगावाट की आपूर्ति हो रही है. इस कारण शहरी एवं ग्रामीण, दोनों इलाकों में घंटो लोडशेडिंग हो रही है और आम लोग बेहद परेशान हैं.
आलम यह है कि कई गांवों में तो ट्रांसफॉर्मर खराब होने के कारण कई महीनों से बिजली नहीं है और ग्रामीण उपायुक्त कार्यालय से लेकर बिजली विभाग के कार्यालयों का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें बिजली नहीं मिल रही है.
एक तरफ आम लोग बिजली के कारण परेशान हैं, तो दूसरी ओर बिजली विभाग के अधिकारी मौसम की खराबी के कारण आपूर्ति को जल्दी ही ठीक करने की दुहाई दे रहे हैं. वहीं उपायुक्त खराब ट्रांसफॉर्मरों को बदलने के लिए विभाग को पत्र लिखने का आश्वासन दे रहे हैं.
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FIRST PUBLISHED : July 03, 2015, 15:36 IST