होम /न्यूज /झारखंड /Dhanbad News : पोस्टकार्ड पर उकेरी गई कलाकृति की हो रही प्रशंसा, जानें अनोखी कला की खासियत

Dhanbad News : पोस्टकार्ड पर उकेरी गई कलाकृति की हो रही प्रशंसा, जानें अनोखी कला की खासियत

X
स्टॉल

स्टॉल पर मौजूद अजय शर्मा और उनकी पत्नी रिचा शर्मा

इनके पास 100 रू से शुरू होकर 5000 रू तक की पेंटिंग है. आर्टिस्ट अजय और रिचा का कहना है कि अबतक देश के कई शहरो में गए वह ...अधिक पढ़ें

रिपोर्ट – मो. इकराम

धनबाद. धनबाद के गोल्फ ग्राउंड में लगाए गए गांधी शिल्प बाजार में राजस्थान से आए अजय शर्मा और उनकी पत्नी रिचा शर्मा का हुनर विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. इनके द्वारा बनाई गई पेंटिंग लोगों को खूब आकर्षित कर रही है. इनके स्टॉल में राजा की सवारी, झूला झूलते राधा-कृष्ण, सात घोड़ा व दो घोड़ा का चित्र, कृष्ण लीला, विलेज़ सीन, कृष्ण भगवान का मटकी फोड़ते दृश्य इत्यादि ऐसे 50 से अधिक पेंटिंग है.

इनके पास 100 रू से शुरू होकर 5000 रू तक की पेंटिंग है. आर्टिस्ट अजय और रिचा का कहना है कि अबतक देश के गुजरात, द्वारका, मनाली, जयपुर इत्यादि जिस भी शहरो में गए वहां उनके द्वारा बनाई पेंटिंग को लोगों ने काफी सराहा. लोगों का अच्छा रिस्पॉन्स मिला. धनबाद में भी लोग उनके काम को काफी पसंद कर रहे हैं.

यही कारण है कि वह देश के हर राज्य में लगने वाले शिल्प बाजार में अपनी बनाई पेंटिंग को प्रदर्शित करते हैं और बेचते भी हैं. इन्होने बताया ब्लैक वेलवेट, सिल्क और पेपर के अलावे पोस्टकार्ड पर भी पेंटिंग करते हैं जोकि अपने आप में उम्दा कला है.

गांवों से कलेक्ट करते हैं पोस्टकार्ड

गणेश-लक्ष्मी, शंकर भगवान अन्य देवी देवताओं के अलावे सभी तरह की पक्षियों की कलाकृति पोस्टकार्ड पर उकेरा गया है. अजय शर्मा ने बताया कि पोस्टकार्ड का चलन अब नही रहा. गांव-गांव जाकर लोगों से पोस्टकार्ड कलेक्ट करते हैं. पोस्टकार्ड पर पेंटिंग से पूर्व इसे कॉफी के घोल में डालकर कार्ड को कड़क बनाया जाता है. पेंटिंग में फैब्रिक पेंट, पोस्टल पेंट, वाटर कलर, ऑयल पेंट और ऐक्रेलिक कलर का इस्तेमाल करते हैं.

पत्नी को भी पेंटिंग बनाना सिखाया

रिचा शर्मा ने बताया कि इस प्रोफेशन में विगत 20 से 25 साल हो गए हैं. धीरे-धीरे उन्होंने अपनी धर्मपत्नी रिचा शर्मा को भी पेंटिंग बनाना सीखा चुके हैं. रिचा शर्मा ने बताया वे लॉक डाउन के बाद से इस पेशे में पूरी तरह से उतरकर अपने पति का साथ दे रही हैं.

लॉक डाउन से पूर्व स्कूल में ड्रॉइंग, हैंडी क्राफ्ट की टीचर के रूप में सेवा दे रहीं थीं. पति पत्नी अब अपनी पुत्री को भी पेंटिंग सीखा रहे हैं. इनके परिवार के कई और भी सदस्य है जो इस पेशे में हैं. अजय शर्मा ने बताया कि वे फ्री में पेंटिंग का प्रशिक्षण भी देते हैं जिससे कि आज के युवा स्वरोजगार से जुड़ सके.

Tags: Bihar Jharkhand News, Dhanbad news

टॉप स्टोरीज
अधिक पढ़ें