रिपोर्ट – मो. इकराम
धनबाद. रमजान का पवित्र माह शुरू हो गया है. जिसको लेकर बाजार में सेवई लच्छा बनाए जाने का काम तेजी से चल रहा है. सिंदरी के नीचेकुलही स्थित अब्दुल के होटल में बड़े पैमाने पर लच्छा तैयार किया जा रहा है. यहां स्टॉल लगाकर बेचने के साथ-साथ धनबाद के बाहर भी सप्लाई की जा रही है.
दुकानदार अबुल ने बताया इसे शाही लच्छा नाम दिया गया है. बिहार के नवादा से 10-12 कारीगर बुलाए गए हैं. इस होटल में कारीगर दिन-रात एक करके सेवई लच्छा की कई किस्में तैयार करने में लगे हैं.
यहां बड़े पैमाने पर लजीज सेवई का निर्माण हो रहा है. रंग-बिरंगी सेवई लोगों को आकर्षित करती है. ईद पर मीठी सेवई का मजा ही अलग होता है. उन्होंने बताया 200 रुपये प्रति किलो की दर से लच्छा बेचा जा रहा है.
ये है रेसिपी
कारीगर यूनुस अंसारी ने बताया कि रोजाना करीब 2 क्विंटल मैदा से शाही लच्छा तैयार किया जा रहा है. इसे तैयार करने में पहले मैदा को पानी से गुंथा जाता है. जिसके बाद लोईया तैयार करते हैं. लोईया एक दूसरे से सटे नहीं इसके लिए घी लगाया जाता है. फिर लच्छा की शक्ल में उसे तेल में छाना जाता है. 2 क्विंटल मैदा का लच्छा तैयार करने में करीब 4 टिन तेल की खपत होती है. फिर उसमें घी लगाकर उसको रंग रूप दिया जाता है. रोजाना 50 किलो घी की खपत है.
कारीगर यूनिस अंसारी ने बताया कि वह पश्चिम बंगाल के हुगली डिस्ट्रिक्ट में मिठाई बनाने का काम करते हैं. रमजाम के 10 दिन पहले झारखंड पहुंचते हैं और पूरे रमजाम इसी काम में लगे रहते हैं. ईद से 2-3 दिन पहले घर जाते हैं. पर्व मनाकर वापस काम पर कोलकाता लौट जाते हैं.
.
Tags: Dhanbad news, Jharkhand news, Ramadan