आईआईटी आईएसएम के दो इंजीनियरिंग छात्र साथी के खाते से रकम उड़ाते गिरफ्तार

साथी के खाते से रकम उड़ाने वाले आईआईटी आईएसएम के इंजीनियरिंग छात्र पुलिस हिरासत में
धनबाद के प्रतिष्ठित संस्थान आईआईटी आईएसएम के दो इंजीनियरिंग छात्र आज पहली बार साइबर क्राइम के आरोप में पकड़े गए हैं.यह छात्र अपने रूममेट के खाते से आठ हजार रुपये उड़ाते बैंक कर्मियों द्वारा दौड़ाकर रंगे हाथों दबोचे गए.
- News18 Jharkhand
- Last Updated: June 22, 2018, 9:12 PM IST
धनबाद के प्रतिष्ठित संस्थान आईआईटी आईएसएम के दो इंजीनियरिंग छात्र आज पहली बार साइबर क्राइम के आरोप में पकड़े गए हैं.साइबर चोरी के आरोप में सरायढेला थाना की पुलिस ने इन दो छात्रों को हिरासत में लिया है.यह छात्र अपने रूममेट के खाते से आठ हजार रुपये उड़ाते बैंक कर्मियों द्वारा दौड़ाकर रंगे हाथों दबोचे गए. दूसरे के खाते से रकम चोरी के आरोप में बैंक के कर्मियों के दबोचे इन छात्रों की सूचना सरायढेला थाना को दी.पुलिस मौके पर पहुंचकर आईआईटी आईएसएम के दोनों इंजीनियरिंग छात्रों को हिरासत में लेकर थाने लाई है और पूछताछ कर रही है.
आश्चर्य की बात यह है की अपने पर्सनल सामानों की खरीदारी के लिए यह इंजीनियरिंग छात्र अपने ही बैचमेट को चूना लगा रहे थे.पकड़े गए छात्र कभी मीडिया कर्मियों से तो कभी पुलिस से माफी देने की गुजारिश कर रहे थे.करियर की दुहाई देकर बार-बार पुलिस को केस नहीं करने के लिए आग्रह कर रहे थे.
पुलिस इस पूरे मामले की तहकीकात में जुटी हुई है और जिसके खाते से रुपये उड़ाए, उसको भी सूचित किया गया है.फिलहाल साइबर क्राइम का मामला होने के कारण पुलिस गंभीरता से मामले की छानबीन कर रही है.
यह पहला मामला है जब देश के प्रतिष्ठित आईआईटी के छात्र सीधे तौर पर किसी साइबर क्राइम के मामले में पकड़े गए. अभी तक इस तरह के मामले धनबाद और आसपास के इलाकों में जामताड़ा के लोग पकड़े गए हैं लेकिन आईआईटी के छात्र अपने करियर को दाव पर लगाएंगे, यह किसी भी सोचा नहीं होगा.सबसे आश्चर्य की बात यह है कि इंजीनियरिंग छात्रों को दूसरे के खाते से रकम उड़ाने की तकनीकी जानकारी देने वाला कोई और नहीं एक साधारण सा पढ़ा लिखा घूम-घूमकर रजाई और गद्दे बनाने वाला व्यक्ति है. उन्हीं से साइबर क्राइम का आईडिया इंजीनियरिंग छात्रों को मिला था.
आश्चर्य की बात यह है की अपने पर्सनल सामानों की खरीदारी के लिए यह इंजीनियरिंग छात्र अपने ही बैचमेट को चूना लगा रहे थे.पकड़े गए छात्र कभी मीडिया कर्मियों से तो कभी पुलिस से माफी देने की गुजारिश कर रहे थे.करियर की दुहाई देकर बार-बार पुलिस को केस नहीं करने के लिए आग्रह कर रहे थे.
पुलिस इस पूरे मामले की तहकीकात में जुटी हुई है और जिसके खाते से रुपये उड़ाए, उसको भी सूचित किया गया है.फिलहाल साइबर क्राइम का मामला होने के कारण पुलिस गंभीरता से मामले की छानबीन कर रही है.
यह पहला मामला है जब देश के प्रतिष्ठित आईआईटी के छात्र सीधे तौर पर किसी साइबर क्राइम के मामले में पकड़े गए. अभी तक इस तरह के मामले धनबाद और आसपास के इलाकों में जामताड़ा के लोग पकड़े गए हैं लेकिन आईआईटी के छात्र अपने करियर को दाव पर लगाएंगे, यह किसी भी सोचा नहीं होगा.सबसे आश्चर्य की बात यह है कि इंजीनियरिंग छात्रों को दूसरे के खाते से रकम उड़ाने की तकनीकी जानकारी देने वाला कोई और नहीं एक साधारण सा पढ़ा लिखा घूम-घूमकर रजाई और गद्दे बनाने वाला व्यक्ति है. उन्हीं से साइबर क्राइम का आईडिया इंजीनियरिंग छात्रों को मिला था.