झारखंड के घाटशिला के डुमरिया प्रखंड में सांसद विद्युत वरण महतो और पोटका विधायक मेनका सरदार को ग्रामीणों का विरोध झेलना पड़ा. सरकारी योजनाओं के तहत ग्रामीणों में गैस सिलेंडर वितरण, मेडिकेटेड मच्छरदानी वितरण, पीएम आवास के गृह प्रवेश और डुमरिया जिले के लिए 108 एंबुलेंस के उद्घाटन कार्यक्रम में सांसद और विधायक उपस्थित थे.
कार्यक्रम के दौरान सरकार की उपलब्धियां गिनवा रहीं विधायक मेनका सरदार का विरोध करते हुए ग्रामीणों ने पूछा कि उपलब्धियां बाद में गिनवाएगा पहले ये बताएं कि दस साल से गांव की जर्जर सड़क कब बनेगी और गांव की पेयजल समस्याए कब दूर होंगी. ग्रामीणों के विरोध करने पर विधायक ने उन्हें विरोधी पक्ष का बताते हुए अपनी बात जारी रखी.
विरोध को बढ़ता देखकर सांसद विद्युत वरण महतो ने हाथ जोड़ कर ग्रामीणों से कहा कि इसके बाद वे जब भी इस गांव आएंगे सबसे पहले सड़क का शिलान्यास होगा. सांसद ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर डैमेज कंट्रोल किया और ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि जल्द ही सड़क का शिलान्यास होगा. विद्युत वरण महतो ने कहा कि ग्रामीणों को भी चाहिए कि अपनी समस्या को जनप्रतिनिधि तक पहुंचाए ताकि समाधान जल्द से जल्द हो सके.
वहीं, पोटका से विधायक मेनका सरदार का कहना है कि सड़क की मांग रखने का ग्रामीणों का तरीका गलत था. विधायक मेनका सरदार ने बताया कि उन्होंने खदिदा गांव की जर्जर सड़क के लिए अपनी ओर से अनुशंसा कर दी है और जल्द ही सड़क का शिलान्यास किया जाएगा.
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FIRST PUBLISHED : December 09, 2017, 10:46 IST