Giridih News: 1 करोड़ के इनामी अनल दा समेत इन 10 बड़े नक्सलियों के खिलाफ चलेगा देशद्रोह का मुकदमा

गिरिडीह कोर्ट में अनल दा समेत 10 बड़े नक्सलियों के खिलाफ देशद्रोह का केस चलेगा. (सांकेतिक तस्वीर)
Treason Case against Naxals: गिरिडीह उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने आवेदन देकर राज्य सरकार से 10 बड़े नक्सलियों पर देशद्रोह का मुकदम चलाने की स्वीकृति मांगी थी. सरकार ने इस पर सहमति दे दी है.
- News18 Jharkhand
- Last Updated: January 23, 2021, 9:14 PM IST
गिरिडीह. झारखंड सरकार ने राज्य के 10 बड़े नक्सलियों (Naxals) के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा (Treason Case) चलाने की मंजूरी दी है. इसके लिए गिरिडीह के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा के आवेदन भेजकर राज्य सरकार से स्वीकृति मांगी थी. सरकार ने सहमति दे दी है. बता दें कि देशद्रोह का केस सरकार की मंजूरी के बिना कोर्ट में नहीं चलाया जा सकता.
इन नक्सलियों के खिलाफ चलेगा देशद्रोह का मुकदमा
राज्य सरकार की मंजूरी के बाद गिरिडीह कोर्ट में जिन नक्सलियों के खिलाफ देशद्रोह का केस चलाया जाएगा, उनमें कृष्णा हांसदा, विजय मरांडी, बाबूलाल मुर्मू, विनोद हांसदा, बैजून किस्कू उर्फ लंगड़ा, दुर्गा टुडू, लक्ष्मण राय, बैजनाथ महतो, चुरामन महतो और बाबूचंद मरांडी उर्फ सूरज मरांडी शामिल हैं. ये सभी पीरटांड़ मामले में आरोपी हैं. वहीं बाबूचंद मरांडी को मधुबन थानाक्षेत्र से गिरफ्तार किया गया था. दोनों मामलों में पुलिस ने आरोपी नक्सलियों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलाने की इजाजत डीसी से मांगी थी.
बता दें कि 9 जुलाई 2018 को गिरिडीह की मधुबन पुलिस को एक करोड़ के इनामी केंद्रीय कमेटी सदस्य पतिराम मांझी उर्फ अनल दा के बारे में गुप्त सूचना मिली. पुलिस ने इस सूचना पर पारसनाथ पहाड़ पर सर्च ऑपरेशन चलाया. इसी दौरान पुलिस की नक्सलियों से मुठभेड़ हुई. पुलिस ने एक नक्सली को मार गिराया था. उसकी पहचना मोतीलाल बास्के के रूप में हुई थी.वहीं 14 अप्रैल 2017 को पीरटांड़ पुलिस को सूचना मिली थी कि हार्डकोर नक्सली कृष्णा हांसदा का अपने दस्ते के साथ बैठक कर रहा है. पुलिस ने इस सूचना पर मंडलडीह जंगल में सर्च ऑपरेशन चलाया. इस दौरान पुलिस को देखकर दो लोग भागने लगे. पुलिस ने दोनों को खदेड़ कर पकड़ा था. बाद में दोनों की पहचान बाबूलाल मरांडी और विजय मरांडी के रूप हुई. दोंनों कृष्णा हांसदा दस्ते के सदस्य थे.
इन नक्सलियों के खिलाफ चलेगा देशद्रोह का मुकदमा
राज्य सरकार की मंजूरी के बाद गिरिडीह कोर्ट में जिन नक्सलियों के खिलाफ देशद्रोह का केस चलाया जाएगा, उनमें कृष्णा हांसदा, विजय मरांडी, बाबूलाल मुर्मू, विनोद हांसदा, बैजून किस्कू उर्फ लंगड़ा, दुर्गा टुडू, लक्ष्मण राय, बैजनाथ महतो, चुरामन महतो और बाबूचंद मरांडी उर्फ सूरज मरांडी शामिल हैं. ये सभी पीरटांड़ मामले में आरोपी हैं. वहीं बाबूचंद मरांडी को मधुबन थानाक्षेत्र से गिरफ्तार किया गया था. दोनों मामलों में पुलिस ने आरोपी नक्सलियों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलाने की इजाजत डीसी से मांगी थी.
बता दें कि 9 जुलाई 2018 को गिरिडीह की मधुबन पुलिस को एक करोड़ के इनामी केंद्रीय कमेटी सदस्य पतिराम मांझी उर्फ अनल दा के बारे में गुप्त सूचना मिली. पुलिस ने इस सूचना पर पारसनाथ पहाड़ पर सर्च ऑपरेशन चलाया. इसी दौरान पुलिस की नक्सलियों से मुठभेड़ हुई. पुलिस ने एक नक्सली को मार गिराया था. उसकी पहचना मोतीलाल बास्के के रूप में हुई थी.वहीं 14 अप्रैल 2017 को पीरटांड़ पुलिस को सूचना मिली थी कि हार्डकोर नक्सली कृष्णा हांसदा का अपने दस्ते के साथ बैठक कर रहा है. पुलिस ने इस सूचना पर मंडलडीह जंगल में सर्च ऑपरेशन चलाया. इस दौरान पुलिस को देखकर दो लोग भागने लगे. पुलिस ने दोनों को खदेड़ कर पकड़ा था. बाद में दोनों की पहचान बाबूलाल मरांडी और विजय मरांडी के रूप हुई. दोंनों कृष्णा हांसदा दस्ते के सदस्य थे.