रिपोर्ट- अनंत कुमार
झारखंड के गुमला जिले के कुरुमगढ़ इलाके में पहली बार मोबाइल टावर चालू होने से लोगों में काफी खुशी का माहौल देखा जा रहा है. टावर लग जाने से 50 गांव व लगभग 20 हजार आबादी लाभान्वित होगी. यह क्षेत्र भाकपा माओवादी का गढ़ हुआ करता था, जिस कारण यहां नक्सली गतिविधि लगातार रहती थी. नक्सलियों के भय से कोई भी कंपनी यहां टावर लगाने का हिम्मत नहीं करती थी.
वहीं बात करें सुरक्षाबलों की तो उन्हें भी नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाने में नेटवर्क नहीं होने के कारण काफी दिक्कतें होती थी. पिछले साल नक्सलियों ने नगर थाना के नवनिर्मित भवन को विस्फोट कर उड़ा दिया था. टावर लग जाने से अब सुरक्षाबलों ने भी राहत की सांस ली है.
अब कोई भी सूचना आराम से मिल पाएगी. इसके साथ ही अब इस क्षेत्र में रहने वाले 50 गांव के ग्रामीणों को भी निरंतर टावर सेवा मिल रही है. लोग अपने प्रिय जनों से आसानी से फोन में बात कर पा रहे हैं. इससे वे काफी खुश भी हैं.
सूचना आदान-प्रदान के लिए गांव से दूर चैनपुर क्षेत्र जाकर फोन से बात करना पड़ता था. अकास्मिक सेवाएं जैसे एंबुलेंस इत्यादि के लिए भी लोगों को गांव से बाहर जाकर मोबाइल नेटवर्क ढूंढ के फोन करना पड़ता था. अब वहां मोबाइल नेटवर्क लग जाने से लोग घर बैठे ही एक दूसरे से बात कर पा रहे हैं. वहीं कुरूमगढ़ क्षेत्र में मोबाइल सेवा शुरू हो जाने से क्षेत्र वासियों के साथ-साथ पुलिस प्रशासन को भी विधि व्यवस्था बनाए रखने में आसानी होगी.
फोन पर बातचीत करना हुआ आसान
कुरुमगढ़ के रहने वाले प्रमोद, मुकेश व सुकेश ने बताया कि इस इलाके में टावर नहीं होने से लोगों को काफी परेशानी होती थी. फोन पर टावर पकड़ाने के लिए यहां से दूर जाना होता था. अब आसानी से टावर आ रहा है. इससे फोन पर बातचीत करना पाना आसान हो गया है.
वहीं, पंचायत समिति सदस्य कृष्णा उरांव ने कहा कि क्षेत्र की जनता काफी समय से मोबाइल टावर की मांग कर रही थी. जो अब जाकर पूरा हुआ है. यहां की जनता राशन के लिए पांच किलोमीटर दूर जाकर अंगूठा लगाते थे. लेकिन अब टावर आ जाने से अपने नजदीकी दुकान पर ही अंगूठा लगा सकेंगे.
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