गुमला जिला के घाघरा थाना क्षेत्र के विमरला बॉक्साइट माइंस क्षेत्र में पीएलएफआई उग्रवादी संगठन ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया. जिसके बाद आधा दर्जन से अधिक कर्मचारियों को जमकर पिटाई करने के बाद हवाई फायरिंग करते हुए चलते बने.
घटना में मैनेजर समेत कई कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हुए हैं. घटना स्थल पर नक्सलियों ने पर्चे भी छोड़ें हैं.नक्सलियों द्वारा किए गए आगजनी में करीब 40 लाख रुपए के नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है.
गुरुवार देर रात की इस घटना के सबंध में माइंस में कार्यरत कर्मचारियों ने बताया कि रात करीब 1:00 बजे नक्सलियों ने आकर दरवाजा खोलने के लिए आवाज़ लगायी और गाली गलौज करने लगे. इसके बाद से भय के कारण हम लोगों ने दरवाजा खोल दिया. वहीं दरवाजा खुलते ही नक्सली कमरे के अंदर आकर लाठी-डंडे व राइफल के बट से पिटाई करना शुरु कर दिया। जिसमें मैनेजर बीसी भट्टाचार्य, हरेंद्र सिंह ,पंकज झा, सलेंद्र झा, के अलावे कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए. बीसी भट्टाचार्य को गंभीर चोट आने के कारण रांची रिम्स रेफर किया गया है.
पिटाई करने के बाद नक्सलियों ने बारी-बारी से तीन वाहनों को आग के हवाले कर दिया जिसमें एक हाइवा एक पिकअप वाहन और एक पीओ लोडर वाहन शामिल है. आगजनी के कारण पिकअप वाहन पूरी तरह से जलकर राख हो गया. वहीं अन्य दो वाहन आंशिक रूप से ही जले. नक्सलियों ने अपने साथ लाए डीजल को कर्मचारियों के मेस व 1 बेडरूम में छिड़क कर आग लगा दी जिसमें सभी सामान जलकर राख हो गए.
।5 साल के बाद पीएलएफआई के नक्सलियों ने माइंस में हमला बोला है. वहीं पीएलऍफ़आई नक्सलियों की सक्रियता से इलाके में भी दहशत का माहौल है. इसके पूर्व जनवरी माह 2012 में पीएलएफआई के द्वारा चार ट्रकों को घाघरा बिशनपुर बॉर्डर इलाके में आग के हवाले कर दिया गया था और अंधाधुंध फायरिंग भी की गई थी.
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