महिला पोषण संरक्षण का कार्य हजारीबाग में होगा प्रभावित
रिपोर्ट – सुबोध कुमार गुप्ता
हजारीबाग. समाज कल्याण विभाग के 46 संविदा कर्मचारियों को एक साल से वेतन नहीं दिया गया है. 2012 में सभी 46 कर्मचारियों की बहाली बावन्नी बाल विकास परियोजना के तहत संविदा पर कार्य करने के लिए किया गया था. जिसमें महिला पर्यवेक्षक, सांख्यिकी, सहायक लिपिक, टंकक और आदेशपाल की बहाली की गई थी. महिला कर्मचारी मीना देवी ने कहा कि 10 वर्षों से बाल विकास परियोजना में हम लोग अपनी भूमिका निभा रहे है. राज्य में जच्चा बच्चा शिशु जननी गर्भवती माता के पोषण संरक्षण की जिम्मेवारी पूरे निष्ठा के साथ निभाते है.
उन्होंने कहा कि लाभुकों को कोई परेशानी ना हो इसके लिए हड़ताल को तत्काल टालने की कोशिश की जा रही है. हमारी राज्य सरकार से बकाए वेतन के भुगतान की मांग और जिनके कार्य की अवधि 10 वर्ष हो चुकी है उन कर्मचारियों को नियमितीकरण किया जाए जिससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बेहतर हो सके. आगामी सोमवार को दिनांक 30 जनवरी 2023 को जिला कलेक्ट्रेट का घेराव बाल विकास परियोजना के कर्मचारी करेंगे.
पूर्व में संबंधित विभाग के झारखंड निदेशक को पत्रांक संख्या 179 एवं 180 के तहत 24 जनवरी 2023 को पत्र देकर वेतन भुगतान की मांग की गई थी. लेकिन संविदा कर्मचारियों के पत्र पर निदेशक और राज्य सरकार के द्वारा कोई दिशानिर्देश जारी नहीं किया गया. जिसके कारण अपने कार्यों की सेवा वेतन और नियमितीकरण की मांग को लेकर कुछ दिनों के लिए बाधित किया जाएगा.
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