रिपोर्ट : सुबोध कुमार गुप्ता
हजारीबाग. हजारीबाग के बाजारों में तिलकुट की सोंधी खुशबू महकने लगी है. शहर के झंडा चौक, कल्लू चौक, मालवीय मार्ग, गोला रोड, ग्वालटोली चौक व बंशीलाल चौक की दुकानों पर तिलकुट बनना और बिकना शुरू हो चुका है. तिलकुट का यह बाजार जनवरी के शुरू होते ही और मकर सक्रांति यानी 14 जनवरी के हफ्ते भर बाद तक अपने चरम पर होता है. हालांकि इसके बाद भी तिलकुट बिकने का सिलसिला जारी रहता है. इन दुकानों पर गुड़ व चीनी के बने तिलकुट उपलब्ध हैं. जबकि ऑर्डर पर खोवा वाला तिलकुट भी तैयार किया जाता है. यहां के तिलकुट की मांग झारखंड के अलावा बिहार, नागपुर व मुंबई के साथ-साथ दुबई व ऑस्ट्रेलिया में भी है.
शहर के कल्लू चौक स्थित तिलकुट कारोबारी मिथिलेश कुमार साहू ने News18 Local को बताया कि बाजार में तिलकुट की मांग शुरू हो गई है. गुड़ व चीनी वाले तिलकुट की डिमांड ज्यादा है. यहां के लोग घरों में खाने के लिए तो लेते ही हैं, साथ ही बाहर रह रहे सगे-संबंधियों को भी पार्सल करते हैं. उन्होंने बताया कि कई बार उन्हें भी फोनकर पार्सल करने को कहा जाता है. लोग ऑर्डर देकर ऑनलाइन पेमेंट कर देते हैं. उसके बाद यहां कूरियर या डाक के माध्यम से पार्सल कर दिया जाता है.
मिथिलेश ने बताया कि 15 बरस से वे तिलकुट के कारोबार में हैं और अभी तक झारखंड के चतरा, कोडरमा के साथ-साथ बिहार, नागपुर व मुंबई तिलकुट भेज चुके हैं. इसके अलावा विदेशों से ऑर्डर आते हैं. इनका तिलकुट दुबई व ऑस्ट्रेलिया भी जा चुका है. उन्होंने बताया कि दुकान पर प्रतिदिन 60 किलो तिलकुट बनाए जा रहे हैं. इसके लिए हजारीबाग, चतरा और कोडरमा के कारीगर जुटे हैं. फिलहाल रोजाना 10 से 15 किलो बिक्री हो रही है. उन्होंने बताया कि गुड़ व चीनी वाला तिलकुट की कीमत 240 रुपये प्रति किलो है.
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