जमशेदपुर. जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में बुधवार को रात 8 बजे एक तिमारदार ने खुदकुशी कर ली. खुदकुशी करने वाले की पहचान राज महतो (40) के रूप में हुई है. वह ऑर्थो वॉर्ड में भर्ती अपने बेटे को देखने आया था. एमजीएम में खुदकुशी की सूचना पाकर साकची थाना प्रभारी भी पहुंच चुके थे और पड़ताल करने में जुट गए थे.
साकची थाना प्रभारी राजेश कुमार ने बताया कि राज महतो ने रात 8 बजे अस्पताल के ऑर्थो वॉर्ड के बरामदे की ग्रील से फांसी लगाई है. थाना प्रभारी ने कहा कि जहां राज महतो ने फांसी लगाई है उसके पास ही सीसीटीवी कैमरा भी लगा है, लेकिन कैमरा दरवाजे के पीछे होने के कारण घटना कैद नहीं हो सकी. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है. जांच पूरी होने के बाद ही कुछ ठोस कहा जा सकता है. इस बीच, इस आत्महत्या की खबर अस्पताल में तेजी से फैली और अफरातफरी मच गई.
मृतक राज महतो की पत्नी कलावती महतो ने बताया कि उनके पति टेम्पो चलाते थे. आज वह अपने बेटे जीतू महतो को देखने के लिए एमजीएम अस्पताल के ऑर्थो वॉर्ड में आए हुए थे. इस बीच उन्होंने 20 रुपये मांगे और कहा कि नाश्ता करने जा रहे. इसके बाद जब वह काफी देर तक नहीं लौटे तो उनके मोबाइल पर कई बार कॉल की, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हो रही था. इस बीच वह परेशान होती रहीं. अचानक फांसी लगाकर खुदकुशी करने की जानकारी उन्हें मिली तो वे दौड़कर मौके पर गईं और फंदे से झूलते पति को नीचे उतारा. वे अपने पति को लेकर एमजीएम के इमरजेंसी वॉर्ड में पहुंचीं. यहां पर डॉक्टर ने जांचकर उन्हें मृत घोषित कर दिया.
कलावती ने बताया कि उनके पति विक्षिप्त थे. लेकिन वे ऐसा करेंगे, इसका अंदाजा नहीं था. वॉर्ड में भर्ती अपने बेटे के बारे में उन्होंने बताया कि 10 दिन पहले बेटे जीतू महतो के पैर की हड्डी टूट गई थी. उसे इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल के ऑर्थो वॉर्ड में भर्ती कराया था. उसी को देखने आज अपने पति के साथ अस्पताल आई थीं.
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