रिपोर्ट : आकाश कुमार
जमशेदपुर. आज के समय में महिलाएं हर क्षेत्र में बेहतर कर रही हैं और आत्मनिर्भर भी हो रही हैं. लड़कियों व महिलाओं में गाड़ी चलाने को लेकर भी रुझान बढ़ा है. जमशेदपुर के कासीडी मैदान में रोजाना महिलाओं का समूह स्कूटी सीखने पहुंचता है. यहां स्कूटी सिखने में ट्रेनर अनीता खंडेलवाल इनकी मदद करती हैं.
अनीता खंडेलवाल पिछले 20 साल से महिलाओं को गाड़ी चलाना निःशुल्क सिखा रही हैं. उन्होंने बताया कि यहां रोजाना 30-40 लड़कियां व महिलाएं स्कूटी सीखने आती हैं. जिन्हें गाड़ी चलाने के टिप्स मुफ्त दिए जाते हैं. 12-15 दिनों में गाड़ी चलाने के गुर सीख जाती हैं. 4-5 दिन मैदान में ट्रेनिंग दी जाती है, उसके बाद ये सड़क पर चलाती हैं. लगातार अभ्यास कर 12-15 दिनों में स्कूटी चलाना सीख जाती है. महिलाएं सुबह 6:30 बजे से 8:00 बजे तक स्कूटी सीखने के लिए मैदान में आ सकती हैं. उन्हें अपने साथ गाड़ी भी लाना होगा.
स्कूटी चलाना सीखने आईं रीना देवी ने बताया कि घर पर सभी मेंबर बीजी हैं. उन्हें स्कूटी सिखाने का समय नहीं मिल पा रहा था. इसलिए गाड़ी लेकर यहां आने लगीं. यहां ट्रेनर अनीता की मदद से 4 दिनों में स्कूटी चलाना सीख गईं. वहीं, गाड़ी चलाने सीखने आई एक अन्य महिला ने बताया कि वे साड़ी पहनकर मैदान आई थीं. यहां सूट पहनकर आने की सलाह दी गई, लेकिन मेरे घर पर सूट पहनने की मनाही है. इसलिए साड़ी में ही सीख रही हूं. स्कूटी चलाना सीखकर अच्छा लग रहा है.
.