झारखंड: ड्यूटी विद सोशल डिस्टेंसिंग, खूंटी पुलिस के इस नायाब तरीके पर आप भी कहेंगे वाह

खूंटी पुलिस ने कोरोना से बचने के लिए नायाब तरीका निकाला है.
Lockdown 2.0: पुलिसकर्मियों का कहना है कि डॉक्टर-नर्सों के अलावा कोरोना संक्रमित (Corona Infected) होने का सबसे जयादा खतरा उनपर है. इसलिए इससे बचने का तरीका ढूंढ़ा है.
- News18 Jharkhand
- Last Updated: April 15, 2020, 12:21 PM IST
खूंटी. कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के इस दौर में स्वास्थ्यकर्मियों के अलावा जिसपर सबसे ज्यादा खतरा है, वह है पुलिस (Police). लेकिन, खूंटी पुलिस ने ड्यूटी के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित होने से बचने के लिए नायाब तरीका निकाल लिया है. लकड़ी के डंडे में Y बनाकर पुलिस लॉकडाउन (Lockdown) का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई कर रही है. इस डंडे के सहारे पुलिस अपना काम सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कर रही है.
कोरोना महामारी से बचाव के लिए पूरा देश 3 मई तक के लिए लॉकडाउन है. इसके बावजूद लोग बेवजह घरों से निकलने से बाज नहीं आ रहे. खूंटी पुलिस ऐसे लोगों के साथ सख्ती से पेश आ रही है, लेकिन अपने इस काम को अंजाम देने के दौरान पुलिस लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग नहीं बना पा रही थी. ऐसे में पुलिस ने इसका एक उपाय निकाला. लकड़ी के डंडे में वाई बनवाया. अब इसी डंडे से बेवजह घूमने वालों को पुलिस कब्जे में लेती है. करीब दो मीटर लंबे इस डंडे के सहारे पुलिस कार्रवाई के साथ-साथ सोशल डिस्टेंसिंग भी बरकरार रख रही है.
डंडे को बार-बार किया जाता है सेनिटाइज
पुलिसकर्मियों का कहना है कि डॉक्टर-नर्सों के अलावा कोरोना संक्रमित होने का सबसे जयादा खतरा उनपर है. वे बाहर में ड्यूटी निभाते हैं. और इस दौरान हर तरह के लोगों से उनका सामना होता है. कोरोना संक्रमण के इसी खतरे को देखते हुए यह उपाय निकाला गया है. इस डंडे से लोगों पर कार्रवाई भी हो जाती है और हमलोग उनसे एक दूरी बनाकर भी रख पाते हैं. इस डंडे को बार-बार सेनिटाइज भी किया जाता है.अब तक कोरोना की पहुंच से दूर है झारखंड पुलिस
गनीमत है कि अब तक खूंटी समेत पूरे झारखंड में किसी पुलिसवाले के कोरोना संक्रमित होने की बात सामने नहीं आई है, लेकिन पुलिसवाले इस संकट की घड़ी में बड़ी जिम्मेदारी के साथ अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं. खूंटी में लाॅकडाउन उल्लंघन करने के मामले में विभिन्न थानों में 34 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है. पुलिस लाॅकडाउन का सौ फीसदी पालन कराने में जुटी है. जिले में अबतक 38 संदिग्ध मरीजों के सैंपल की जांच की गई है, लेकिन एक भी रिपोर्ट पाॅजिटिव नहीं आई.
इनपुट- अरविंद कुमार
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कोरोना महामारी से बचाव के लिए पूरा देश 3 मई तक के लिए लॉकडाउन है. इसके बावजूद लोग बेवजह घरों से निकलने से बाज नहीं आ रहे. खूंटी पुलिस ऐसे लोगों के साथ सख्ती से पेश आ रही है, लेकिन अपने इस काम को अंजाम देने के दौरान पुलिस लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग नहीं बना पा रही थी. ऐसे में पुलिस ने इसका एक उपाय निकाला. लकड़ी के डंडे में वाई बनवाया. अब इसी डंडे से बेवजह घूमने वालों को पुलिस कब्जे में लेती है. करीब दो मीटर लंबे इस डंडे के सहारे पुलिस कार्रवाई के साथ-साथ सोशल डिस्टेंसिंग भी बरकरार रख रही है.
डंडे को बार-बार किया जाता है सेनिटाइज
पुलिसकर्मियों का कहना है कि डॉक्टर-नर्सों के अलावा कोरोना संक्रमित होने का सबसे जयादा खतरा उनपर है. वे बाहर में ड्यूटी निभाते हैं. और इस दौरान हर तरह के लोगों से उनका सामना होता है. कोरोना संक्रमण के इसी खतरे को देखते हुए यह उपाय निकाला गया है. इस डंडे से लोगों पर कार्रवाई भी हो जाती है और हमलोग उनसे एक दूरी बनाकर भी रख पाते हैं. इस डंडे को बार-बार सेनिटाइज भी किया जाता है.अब तक कोरोना की पहुंच से दूर है झारखंड पुलिस
इनपुट- अरविंद कुमार
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