खूंटी: विधानसभा चुनाव से पहले गोलबंद होने लगे हैं पत्थलगड़ी समर्थक

खूंटी एसपी के नेतृत्व में पुलिस कार्यक्रम स्थल से दुरी बनाकर हर आने- जाने वालों पर नजर रख रही थी.
सम्मेलन में पत्थगड़ी (Pathalgadi) के मास्टर माइंड यूसुफ पूर्ति (Yusuf Purti) और अन्य फरार समर्थकों के आने की भी सूचना थी. इसको देखते हुए पुलिस (Police) ने गुटीगड़ा गांव को घेर रखा था.
- News18 Jharkhand
- Last Updated: October 16, 2019, 11:17 AM IST
खूंटी. विधानसभा चुनाव (Jharkhand Assembly Election) से पहले जिले में एक बार फिर पत्थलगड़ी समर्थक (Pathalgadi supporters) गोलबंद होने लगे हैं. मंगलवार को मुरहू के गुटीगड़ा गांव में पत्थलगड़ी समर्थकों ने विश्व शांति आदिवासी सम्मेलन का आयोजन किया. इसमें चुनाव में वोट वहिष्कार (Vote Boycott), आधार कार्ड, राशन कार्ड और जाति प्रमाण पत्र नहीं बनवाने का फैसला लिया गया. इस सम्मेलन में वही सफेद धोती- कुर्ता और सफेद साड़ी पहनकर समर्थक पहुंचे. ये लोग इसी वेशभूषा में विवादित पत्थलगड़ी समारोह और सभा करते थे.
जनवरी में हो सकता है बड़ा सम्मेलन
हालांकि आयोजकों का दावा है कि सम्मेलन में पत्थगाड़ी समर्थक शामिल नहीं हुए थे, बल्कि प्रकृति को मानने वाले लोग थे. लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पत्थलगड़ी समर्थकों का जनवरी में इससे भी बड़ा सम्मेलन होने वाला है. जिसमें गुजरात, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ सहित कई प्रदेश से नेता आएंगे. मंगलवार को सम्मेलन में मीडिया को सभास्थल तक जाने नहीं दिया गया.
पुलिस ने घेर रखा था गांव इस सम्मेलन में पत्थगड़ी के मास्टर माइंड यूसुफ पूर्ति और अन्य फरार समर्थकों के आने की भी सूचना थी. इसको देखते हुए पुलिस ने गुटीगड़ा गांव को घेर रखा था. खूंटी एसपी के नेतृत्व में पुलिस कार्यक्रम स्थल से दुरी बनाकर हर आने- जाने वालों पर नजर रख रही थी. लेकिन पुलिस को भी भनक नहीं लगी कि सभा में कौन- कौन नेता शामिल हुए.
विधानसभा चुनाव और अफीम की खेती के मौसम से पहले खूंटी में पत्थलगड़ी समर्थक एक बार फिर गोलबंद हो रहे हैं. ऐसे में आने वाले समय में ये पुलिस के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकती है.
रिपोर्ट- अरविंद कुमार
ये भी पढ़ें- झारखंड विधानसभा चुनाव 2019: लातेहार में शांतिपूर्ण मतदान के लिए चलाया जा रहा नक्सल विरोधी अभियान
जनवरी में हो सकता है बड़ा सम्मेलन
हालांकि आयोजकों का दावा है कि सम्मेलन में पत्थगाड़ी समर्थक शामिल नहीं हुए थे, बल्कि प्रकृति को मानने वाले लोग थे. लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पत्थलगड़ी समर्थकों का जनवरी में इससे भी बड़ा सम्मेलन होने वाला है. जिसमें गुजरात, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ सहित कई प्रदेश से नेता आएंगे. मंगलवार को सम्मेलन में मीडिया को सभास्थल तक जाने नहीं दिया गया.
विधानसभा चुनाव और अफीम की खेती के मौसम से पहले खूंटी में पत्थलगड़ी समर्थक एक बार फिर गोलबंद हो रहे हैं. ऐसे में आने वाले समय में ये पुलिस के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकती है.
रिपोर्ट- अरविंद कुमार
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