झारखंड बाल संरक्षण आयोग की दो सदस्यीय टीम ने जब लोहरदगा जिले के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों से सवाल पूछे तो उनके जवाब सुनकर हैरान रह गए. आठवीं के बच्चों तक को देश के राष्ट्रपति का नाम नहीं मालूम था.
निरीक्षण के दौरान आयोग ने पाया कि कैमो उत्क्रमित मध्य विद्यालय में चौथी से लेकर आठवीं तक के बच्चे एक ही कमरे में बैठकर पढ़ते दिखे. शिक्षक भी क्लास से गायब दिखे.
आयोग के अध्यक्ष ने जब बच्चों से राष्ट्रपति का नाम पुछा तो वे नहीं बता पाए. साथ ही सप्ताह के सात दिन की जानकारी भी नहीं दे पाए. शौचालय में स्वच्छता नहीं देख कर आयोग की टीम ने तत्काल डीएसई को कई दिशा निर्देश दिए. उच्च विधालय कुजरा में निरीक्षण के दौरान आयोग ने पाया की मध्य विद्यालय के शिक्षक उच्च विधालय के बच्चों को पढ़ा रहे हैं.
शिक्षक के अभाव में यहां संस्कृत और गणित विषय की पढ़ाई नहीं हो पा रही है. साथ ही विद्यालय में नौवीं कक्षा का रजिस्ट्रर नहीं मिल पाया. डीसी और एसपी सहित जिले के तमाम पदाधिकारियों के साथ बैठक कर आयोग ने विभिन्न विषयों पर चर्चा करते हुए कई सुधार के निर्देश भी दिए.
वहीं डीएसई सह डीईओ रेणुका तिग्गा ने शिक्षण व्यवस्था में सुधार की दिशा में कारवाई की बात कही.
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FIRST PUBLISHED : September 15, 2016, 23:44 IST