झारखंड में एनडीए गठबंधन को 12 सीटों पर जीत मिली है, जबकि महागठबंधन मात्र दो सीट पर सिमट गया. राजमहल और सिंहभूम सीट महागठबंधन के खाते में गई हैं. 11 सीटों पर बीजेपी और एक पर एनडीए की सहयोगी आजसू ने जीत दर्ज की है. वहीं, लोहरदगा लोकसभा सीट पर केंद्रीय मंत्री और बीजेपी प्रत्याशी सुदर्शन भगत ने जीत की हैट्रिक लगा दी है.
इस बार सुदर्शन भगत ने कांग्रेस उम्मीदवार सुखदेव भगत को 10363 मतों के अंतर से हराया. सुखदेव भगत कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं. वहीं, सुदर्शन भगत ने मतदाताओं का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि लंबित कार्यो को पूरा करेंगे. उन्होंने गुमला तक रेलवे लाइन जोड़ने की बात कही.
बताते चलें कि सुदर्शन भगत पहली बार 2004 में लोहरदगा से लोकसभा चुनाव लड़े. इसमें उन्हें हार मिली थी. लेकिन 2009 में उन्होंने केंद्र में मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता डॉ. रामेश्वर उरांव को हराया और पहली बार लोकसभा पहुंचे. 2014 में उन्होंने फिर डॉ. रामेश्वर उरांव को हराया और केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री बने.
सुदर्शन भगत का जन्म 20 अक्टूबर 1969 को गुमला जिले के डुमकी थाना इलाके के टांगरडीह गांव में हुआ. गांव से स्कूली शिक्षा ग्रहण करने के बाद उन्होंने स्नातक की डिग्री केओ कॉलेज गुमला से ली. कॉलेज के दौरान ही उन्होंने एबीवीपी में शामिल होकर छात्र राजनीति की ओर रूख किया. बाद में आरएसएस के सक्रिय कार्यकर्ता बनकर पांचजन्य पत्रिका बांटने का काम किया. सुदर्शन भगत साल 1999 में सक्रिय राजनीति में आए और 2000 में पहली बार गुमला सीट से चुनाव जीतकर विधायक बने. अर्जुन मुंडा की सरकार में वह बिना विभाग के मंत्री रहे. बाद में उन्हें शिक्षा और कृषि पशुपालन विभाग का मंत्री बनाया गया. सुदर्शन भगत साधारण परिवार से आते हैं. उनके माता-पिता शिक्षक थे. पत्नी सीडीपीओ हैं. उनके तीन बच्चे हैं.
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FIRST PUBLISHED : May 24, 2019, 06:58 IST