झारखंड के बोकारो सदर अस्पताल (Bokaro Jharkhand) को आज भी एक ब्लड बैंक (Blood bank in civil hospital) का इंतजार है. पिछले साल स्थानीय नागरिकों और स्वयं सेवी संस्थाओं ने प्रयास किए थे. अब वो इस प्रयास को फिर से आगे बढ़ाना चाहते हैं. इससे यहां आने वाले गरीब मरीजो को इसका सबसे ज्यादा लाभ मिलेगा.
बोकारो सदर अस्पताल आने वाले गरीब मरीज ब्लड को लेकर निजी जगहो या फिर रेडक्रास का चक्कर लगाते नहीं देखे जाते. राज्य सरकार की ओर से कई उपकरण यहां पहले से ही भेजे जा चुके है. मोटरयुक्त ब्लड स्टोरेज समेत कई उपकरण यहां अभी शोभा की वस्तु बन कर मुंह चिढ़ा रहे है.
सदर अस्पताल के उपरी मंजिल पर ब्लड बैंक बनाया गया है. पांच सौ यूनिट वाले मीटरयुक्त ब्लड स्टोरेज उपकरण लगाए गए है ताकि सही तापमान के साथ ब्लड को रखा जाए. अभी मरीज के परिजनो को ब्लड के लिए रेडक्रास या फिर निजी संस्थाओ के लोगो से संपर्क करना पड़ रहा है. ऐसे में उनके सामने कई समास्याएं भी आ रही है.
जिले में एक मात्र रेडक्रास है जो लोगो को ब्लड उपलब्ध करा रहा है. वहां भी ब्लड की कमी से आने वाले मरीज के परिजन भी परेशान रहते है. मजबूरी में परिजन को ऊंची कीमत पर ब्लड की व्यवस्था करनी पड़ती है. स्थानीय निवासी संजय प्रसाद भी मानते है कि अगर सदर अस्पताल का ब्लड बैंक शुरु हो जाए तो गरीबो को काफी राहत होगी.
वहीं समाजसेवी हरवंश सिंह सलूजा कहते है कि गरीबो के लिए ब्लड की व्यवस्था तो कुछ हद तक कराने का प्रयास उनकी संस्था के द्वारा किया जाता है. लेकिन सदर अस्पताल में बन जाने से गरीबो को काफी फायदा होगा. साथ ही लोगो से अपील की कि सारी भ्रांतियों को दूर कर रक्तदान करे.
सदर अस्पताल के सिविल सर्जन डा. अशोक कुमार पाठक कहना है कि प्रकिया शुरु हो गयी है. 9 जनवरी को कोलकाता से एक टीम आकर सदर अस्पताल में बने ब्लड बैंक की जांच करेगी. इसके बाद फिर लाईसेंस देने की प्रकिया पूरी हो जाएगी. ब्लड बैंक बनने से गरीबो को काफी फायदा होगा.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
FIRST PUBLISHED : January 02, 2020, 13:04 IST