पश्चिम बंगाल से भागकर आए 70 उम्मीदवारों ने पाकुड़ में ली शरण

पाकुड़-पश्चिम बंगाल से भागकर आए 70 उम्मीदवारों ने पाकुड़ में लिया शरण
पाकुड़-पश्चिम बंगाल के 70 उम्मीदवारों की जान पर आफत आ गई है. लिहाजा, टीएमसी (तृणमूल कांग्रेस) और पुलिस के अत्याचार से तंग आकर वे पाकुड़ की शरण में आ गए हैं.
- News18 Jharkhand
- Last Updated: April 27, 2018, 1:40 PM IST
झारखंड में पाकुड़-पश्चिम बंगाल से भागकर आए 70 उम्मीदवारों ने पाकुड़ में शरण ले लिया है. दरअसल, इन उम्मीदवारों की जान पर आफत आ चुकी है. टीएमसी (तृणमूल कांग्रेस) और पुलिस के अत्याचार से तंग आकर वे पाकुड़ आ गए हैं. सभी बीजीपी के समर्थक हैं.
आपको बता दें कि पाकुड़ में पंश्चिम बंगाल के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव लड़ने वाले 70 उम्मीदवार पाकुड़ आ गए हैं. पाकुड़ नगर के अलावा पश्चिम बंगाल से सटे मुरारोई, रामपुरहाट, जंगीपुर के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव लड़ने वाले सैकड़ों उम्मीदवारों ने झारखंड के पाकुड़ जिला के विभिन्न प्रखंडों में शरण ले लिया है. सभी उम्मीदवारों के बीजेपी समर्थक होने के कारण बीजेपी कार्यालय में शरण लिया है.
नगर में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सभी के सुरक्षित रहने और खाने-पीने की व्यवस्था की है. वहीं इस दौरान बंगाल से भागे हुए उम्मीदवारों ने अपना अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि टीएमसी के कार्यकर्ता उनसे काफी मारपीट करते हैं. यहां तक कि जान से मारने की भी धमकी उन्हें दी जाती है और तो और घर से बच्चों को अपहरण कर लिए जाने की बात कही जाती है.
घर की महिलाओं और बच्चे कोई भी घर में सुरक्षित नहीं था. महिलाओं के साथ रेप जैसी घटना को अंजाम देने की भी धमकी मिलती थी. वहीं मामले में पंश्चिम बंगाल पुलिस ने बीजेपी समर्थकों से कहा कि वे घर छोड़कर भाग जाएं, नहीं तो किसी भी मुकदमे में फंसाकर उन्हें जेल भेज दिया जाएगा.टीएमसी पार्टी को छोड़कर सभी दूसरे दल के समर्थक खास कर बीजेपी कार्यकर्ताओं को जो निकाय चुनाव लड़ रहे हैं, उन्हें नाम वापस लेने की धमकी देते हुए दबाव बनाया जा रहा है. भागे हुए उम्मीदवरों ने बताया कि टीएमसी और बंगाल पुलिस ने मिलकर कई लोगों को नॉमिनेशन नहीं करने दिया है. जिसने भी नॉमिनेशन किया है उस पर नाम वापस लेने की धमकी लगातार दे रहे हैं.
उम्मीदवारों का कहना है कि पंश्चिम बंगाल में ममता दीदी के गुंडों राज चल रहा है. पंश्चिम बंगाल से लोकतंत्र पूरी तरह खत्म हो गया है. उम्मीदवरों के छोटे छोटे बच्चों के अंदर दहशत पैदा हो गई है. गांव के बाहर और उम्मीदवारों के घर के सामने बमबारी की जा रही है. इसलिए वे अपने परिवार के साथ भागकर पाकुड़ आ गए हैं.
आपको बता दें कि पाकुड़ में पंश्चिम बंगाल के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव लड़ने वाले 70 उम्मीदवार पाकुड़ आ गए हैं. पाकुड़ नगर के अलावा पश्चिम बंगाल से सटे मुरारोई, रामपुरहाट, जंगीपुर के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव लड़ने वाले सैकड़ों उम्मीदवारों ने झारखंड के पाकुड़ जिला के विभिन्न प्रखंडों में शरण ले लिया है. सभी उम्मीदवारों के बीजेपी समर्थक होने के कारण बीजेपी कार्यालय में शरण लिया है.
नगर में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सभी के सुरक्षित रहने और खाने-पीने की व्यवस्था की है. वहीं इस दौरान बंगाल से भागे हुए उम्मीदवारों ने अपना अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि टीएमसी के कार्यकर्ता उनसे काफी मारपीट करते हैं. यहां तक कि जान से मारने की भी धमकी उन्हें दी जाती है और तो और घर से बच्चों को अपहरण कर लिए जाने की बात कही जाती है.
घर की महिलाओं और बच्चे कोई भी घर में सुरक्षित नहीं था. महिलाओं के साथ रेप जैसी घटना को अंजाम देने की भी धमकी मिलती थी. वहीं मामले में पंश्चिम बंगाल पुलिस ने बीजेपी समर्थकों से कहा कि वे घर छोड़कर भाग जाएं, नहीं तो किसी भी मुकदमे में फंसाकर उन्हें जेल भेज दिया जाएगा.टीएमसी पार्टी को छोड़कर सभी दूसरे दल के समर्थक खास कर बीजेपी कार्यकर्ताओं को जो निकाय चुनाव लड़ रहे हैं, उन्हें नाम वापस लेने की धमकी देते हुए दबाव बनाया जा रहा है. भागे हुए उम्मीदवरों ने बताया कि टीएमसी और बंगाल पुलिस ने मिलकर कई लोगों को नॉमिनेशन नहीं करने दिया है. जिसने भी नॉमिनेशन किया है उस पर नाम वापस लेने की धमकी लगातार दे रहे हैं.
उम्मीदवारों का कहना है कि पंश्चिम बंगाल में ममता दीदी के गुंडों राज चल रहा है. पंश्चिम बंगाल से लोकतंत्र पूरी तरह खत्म हो गया है. उम्मीदवरों के छोटे छोटे बच्चों के अंदर दहशत पैदा हो गई है. गांव के बाहर और उम्मीदवारों के घर के सामने बमबारी की जा रही है. इसलिए वे अपने परिवार के साथ भागकर पाकुड़ आ गए हैं.