UPSC Result: झारखंड के सागर को 13वां और अभिजीत को 19वां स्थान

डीपीएस रांची से पढ़ने वाले सागर झा ने UPSC परीक्षा में हासिल किया 13वां रैंक
पिता ने आगे कहा कि बेटे की सफलता से उनका पूरा परिवार काफी खुश है. उन्होंने कहा कि मेरी अभिलाषा थी कि मेरा बच्चा सिविल सेवा में जाए. मेरे बेटे को उसकी कठिन मेहनत का फल मिला है.
- News18 Jharkhand
- Last Updated: April 28, 2018, 10:18 AM IST
पाकुड़ के सागर कुमार झा ने सिविल सेवा परीक्षा में 13वां और रांची के अभिजीत सिन्हा ने 19वां स्थान प्राप्त किया है. दोनों की सफलता से पूरा झारखंड गदगद है. इन दोनों परिवार के यहां खुशी का माहौल है. इन्हें बधाई देने के लिए इनके घरों पर लोगों का तांता लगा हुआ है. इनके घर पर मिठाइयां बांटी जा रही है.
बेटे की सफलता पर सागर की मां सबीता झा ने कहा कि चार साल पहले जब उनके बेटे ने आईआईटी की परीक्षा पास की तब से ही उन्हें लग रहा था उनका बेटा ऊंचाइयों को छुएगा. वह उसी समय से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी भी करने लगा था. लाइब्रेरी में जाकर पढ़ाई किया करता था. सागर की मां ने आगे कहा कि पढ़ाई के अलावा उनके बेटे को गीत संगीत में भी काफी रुचि है. वह हार्मोनियम भी अच्छा बजाता है.
पिता मिहिर कुमार झा ने कहा कि सागर उनके तीन बच्चों में सबसे छोटा है. उसने पहली बार में ही आईआईटी की परीक्षा पास कर ली थी. उसने बीएचयू में पढ़ाई की. फिर उसका सैम्सन कंपनी में चयन हो गया. मगर तीन-चार माह काम करने के बाद उसने नौकरी छोड़ दी और सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने लगा.
पिता ने आगे कहा कि बेटे की सफलता से उनका पूरा परिवार काफी खुश है. उन्होंने कहा कि मेरी अभिलाषा थी कि मेरा बच्चा सिविल सेवा में जाए. मेरे बेटे को उसकी कठिन मेहनत का फल मिला है.
भांजे की सफलता पर मामा अमित ठाकुर ने कहा कि भारतीय प्रशासनिक सेवा में उसने 13वां स्थान लाया है. उसकी सफलता से हम सभी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सागर शुरू से ही असाधारण छात्र रहा है. वह हर परीक्षा में टॉप करता रहा है. आईएएस बनने के जुनून में उसने अच्छी नौकरी छोड़ दी. उसे अपने ऊपर पूरा विश्वास था. आज वह आईएएस बन गया.
बेटे की सफलता पर सागर की मां सबीता झा ने कहा कि चार साल पहले जब उनके बेटे ने आईआईटी की परीक्षा पास की तब से ही उन्हें लग रहा था उनका बेटा ऊंचाइयों को छुएगा. वह उसी समय से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी भी करने लगा था. लाइब्रेरी में जाकर पढ़ाई किया करता था. सागर की मां ने आगे कहा कि पढ़ाई के अलावा उनके बेटे को गीत संगीत में भी काफी रुचि है. वह हार्मोनियम भी अच्छा बजाता है.
पिता मिहिर कुमार झा ने कहा कि सागर उनके तीन बच्चों में सबसे छोटा है. उसने पहली बार में ही आईआईटी की परीक्षा पास कर ली थी. उसने बीएचयू में पढ़ाई की. फिर उसका सैम्सन कंपनी में चयन हो गया. मगर तीन-चार माह काम करने के बाद उसने नौकरी छोड़ दी और सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने लगा.
पिता ने आगे कहा कि बेटे की सफलता से उनका पूरा परिवार काफी खुश है. उन्होंने कहा कि मेरी अभिलाषा थी कि मेरा बच्चा सिविल सेवा में जाए. मेरे बेटे को उसकी कठिन मेहनत का फल मिला है.

सिविल सेवा परीक्षा पास करने वाले सागर के गौरवान्वित माता-पिता
भांजे की सफलता पर मामा अमित ठाकुर ने कहा कि भारतीय प्रशासनिक सेवा में उसने 13वां स्थान लाया है. उसकी सफलता से हम सभी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सागर शुरू से ही असाधारण छात्र रहा है. वह हर परीक्षा में टॉप करता रहा है. आईएएस बनने के जुनून में उसने अच्छी नौकरी छोड़ दी. उसे अपने ऊपर पूरा विश्वास था. आज वह आईएएस बन गया.