अनाज के लिए चक्कर लगा रही गर्भवती, सरकार के आदेश को भी नहीं माना डीलर

प्रखंड के बीडीओ ने बुचिया देवी को अनाज दिलाने का भरोसा दिलाया है.
बुचिया देवी के मुताबिक उसने राशन कार्ड (Ration Card) के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है. सूची में नाम दर्ज हो गया है. फिर भी उसे सरकारी अनाज देने से मना कर दिया गया.
- News18 Jharkhand
- Last Updated: April 16, 2020, 12:42 PM IST
पाकुड़. राज्य सरकार के आदेश के बावजूद जिले में एक गर्भवती महिला को सराकरी अनाज के लिए चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. वह कई बार डीलर (PDS Dealer) से गुहार लगा चुकी है, लेकिन डीलर को उस पर दया नहीं आयी. महिला पाकुड प्रखंड के शहरकोल पंचायत के शहरकोल गांव की है. बुचिया देवी का पति राधेश्याम राय ठेला चलाकर परिवार चलाता था. लेकिन कोरोना बंदी (Lockdown) के चलते फिलहाल वह घर पर बैठ गया है. परिवार में तीन छोटे-छोटे बच्चे और सास-ससुर भी है. परिवार के सामने अब खाने-पीने की समस्या पैदा हो गई है.
डीलर ने फटकार कर भगाया
बुचिया देवी के पास राशनकार्ड नहीं है. लेकिन उसे लगा कि सरकार के आदेश पर उसे बिना राशनकार्ड के भी सरकारी अनाज मिल जाएदगा. लेकिन डीलर के घर कई चक्कर लगाने के बाद भी उसे अनाज नहीं मिला. बुचिया देवी के मुताबिक डीलर ने साफ कहा कि उसे किसी भी हाल में अनाज नहीं दिया जाएगा. और फटकार कर भगा दिया.
राशन कार्ड के लिए किया है ऑनलाइन आवेदन डीलर के इस बरताव की शिकायत करने बुचिया गांव की दो अन्य महिलाओं के साथ समाहरणालय पहुंची. लेकिन डीसी समेत किसी पदाधिकारी से मुलाकात नहीं हो पाई. बुचिया के मुताबिक उसने राशन कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है. सूची में नाम दर्ज हो गया है. फिर भी उसे सरकारी अनाज देने से मना कर दिया गया.
सरकार ने दस किलो अनाज देने का दिया है आदेश
हालांकि राज्य सरकार ने लॉकडाउन को देखते हुए बिना कार्डधारी को भी दस किलो अनाज देने का प्रावधान किया है. इस मामले में जब न्यूज-18 की टीम ने प्रखंड के बीडीओ संतोष कुमार प्रजापति से बात की, तो बीडीओ ने डीलर से सम्पर्क साधकर अविलंब बुचिया देवी को अनाज मुहैया कराने का आदेश दिया.
रिपोर्ट- कुंदन कुमार
ये भी पढ़ें- ...तो इसलिए झारखंड में चमगादड़ों पर रिसर्च की है जरूरत
डीलर ने फटकार कर भगाया
बुचिया देवी के पास राशनकार्ड नहीं है. लेकिन उसे लगा कि सरकार के आदेश पर उसे बिना राशनकार्ड के भी सरकारी अनाज मिल जाएदगा. लेकिन डीलर के घर कई चक्कर लगाने के बाद भी उसे अनाज नहीं मिला. बुचिया देवी के मुताबिक डीलर ने साफ कहा कि उसे किसी भी हाल में अनाज नहीं दिया जाएगा. और फटकार कर भगा दिया.
राशन कार्ड के लिए किया है ऑनलाइन आवेदन डीलर के इस बरताव की शिकायत करने बुचिया गांव की दो अन्य महिलाओं के साथ समाहरणालय पहुंची. लेकिन डीसी समेत किसी पदाधिकारी से मुलाकात नहीं हो पाई. बुचिया के मुताबिक उसने राशन कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है. सूची में नाम दर्ज हो गया है. फिर भी उसे सरकारी अनाज देने से मना कर दिया गया.
सरकार ने दस किलो अनाज देने का दिया है आदेश
हालांकि राज्य सरकार ने लॉकडाउन को देखते हुए बिना कार्डधारी को भी दस किलो अनाज देने का प्रावधान किया है. इस मामले में जब न्यूज-18 की टीम ने प्रखंड के बीडीओ संतोष कुमार प्रजापति से बात की, तो बीडीओ ने डीलर से सम्पर्क साधकर अविलंब बुचिया देवी को अनाज मुहैया कराने का आदेश दिया.
रिपोर्ट- कुंदन कुमार
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