सुदेश महतो ने पाकुड़ से की स्वराज स्वाभिमान यात्रा के चौथे चरण की शुरुआत

सुदेश महतो ने पाकुड़ से की स्वराज स्वाभिमान यात्रा के चौथा चरण की शुरुआत
आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने पाकुड़ जिले से स्वराज स्वाभिमान यात्रा के चौथा चरण की शुरुआत की, जिसमें वे आधा दर्जन से अधिक गांव में पद यात्रा कर ग्रामीणों से मिले.
- News18 Jharkhand
- Last Updated: December 23, 2018, 11:40 AM IST
आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने शनिवार को झारखंड के पाकुड़ जिले से स्वराज स्वाभिमान यात्रा के चौथा चरण शुरुआत की, जिसमें वे आधा दर्जन से अधिक गांव में पद यात्रा कर ग्रामीणों से मिले, और महेशपुर के देवपुर गांव में चौपाल लगाई, जहां सुदेश महतो ने सिस्टम के साथ-साथ सरकार पर भी कई सवाल खड़े किए.
पद यात्रा से पहले साहेबगंज के भोगनाडीह सिद्दो कान्हो का जन्म स्थली जाकर वीर सपूत को याद किया, इसके बाद पद यात्रा को शुरू किया. सुदेश महतो ने अपने इस यात्रा के दौरान ग्रामीणों से मिलकर उनका हाल-चाल जाना साथ ही सरकार से मिल रही योजनाओं के बारे में भी जानकारी ली, उन्होने कहा कि झारखंड़ के जिले और गांव में तभी विकास होगा जब ग्रामीण इलाकों में पढाई का सिस्टम को दुरस्त किया जायेगा,
सुदेश महतो ने सरकार पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि 52 लाख बच्चों को सही रूप से शिक्षा नहीं मिल पा रही है, पारा शिक्षक के मामले में सरकार को अभिभावक का रोल अदा करना चाहिए, सरकारी स्कूल में गरीब मां-बाप के बच्चे पढते हैं, लेकिन आज उस स्कूल में विषयवार-शिक्षक नहीं है, जिस कारण बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पाती, यदि सरकार बच्चों के लिए शिक्षक नहीं दे पाती है तो सरकार इसके लिए अपराधी है.
सुदेश महतो ने स्वराज स्वाभिमान यात्रा को राजनीति यात्रा से अलग बताया, उन्होंने कहा कि यह यात्रा सिस्टम को जानने और ठीक करने की यात्रा है ताकि गांव के अंतिम व्यक्ति से विकास को शुरू किया जा सके, उन्होंने कहा कि सरकार रोज योजना लागू करती है लेकिन गांव में उसको लागू करने वाले लोग खुद संर्घष कर रहे हैंयह भी पढ़ें- नोटिस नहीं लेने पर सुदेश महतो के खिलाफ जारी हुआ गिरफ्तारी वारंट
यह भी पढ़ें- सिल्ली सीट के लिए सुदेश महतो ने किया नामांकन, बोले- गठबंधन धर्म से महत्वपूर्ण जनता का धर्म
पद यात्रा से पहले साहेबगंज के भोगनाडीह सिद्दो कान्हो का जन्म स्थली जाकर वीर सपूत को याद किया, इसके बाद पद यात्रा को शुरू किया. सुदेश महतो ने अपने इस यात्रा के दौरान ग्रामीणों से मिलकर उनका हाल-चाल जाना साथ ही सरकार से मिल रही योजनाओं के बारे में भी जानकारी ली, उन्होने कहा कि झारखंड़ के जिले और गांव में तभी विकास होगा जब ग्रामीण इलाकों में पढाई का सिस्टम को दुरस्त किया जायेगा,
सुदेश महतो ने सरकार पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि 52 लाख बच्चों को सही रूप से शिक्षा नहीं मिल पा रही है, पारा शिक्षक के मामले में सरकार को अभिभावक का रोल अदा करना चाहिए, सरकारी स्कूल में गरीब मां-बाप के बच्चे पढते हैं, लेकिन आज उस स्कूल में विषयवार-शिक्षक नहीं है, जिस कारण बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पाती, यदि सरकार बच्चों के लिए शिक्षक नहीं दे पाती है तो सरकार इसके लिए अपराधी है.
सुदेश महतो ने स्वराज स्वाभिमान यात्रा को राजनीति यात्रा से अलग बताया, उन्होंने कहा कि यह यात्रा सिस्टम को जानने और ठीक करने की यात्रा है ताकि गांव के अंतिम व्यक्ति से विकास को शुरू किया जा सके, उन्होंने कहा कि सरकार रोज योजना लागू करती है लेकिन गांव में उसको लागू करने वाले लोग खुद संर्घष कर रहे हैंयह भी पढ़ें- नोटिस नहीं लेने पर सुदेश महतो के खिलाफ जारी हुआ गिरफ्तारी वारंट
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