व्यवसायी ने खुद रची फिरौती की रकम पाने को अपने अपहरण की साजिश

अपने अपहरण की साजिश रचने वाला व्यापारी पुलिस की हिरासत में
पाकुड़ में एक व्यवसायी का अपहरण हुआ.अपहरण की सूचना मिलते ही एसपी शैलेन्द्र प्रसाद वर्णवाल ने त्वरित कार्रवाई की और चार एसआईटी की टीम बनाकर मामले का पर्दाफाश करने में लगा दी. इस मामले का पर्दाफाश पुलिस ने किया तो उसके परिवार वाले भी हैरान रह गए. क्योंकि व्यापारी ने खुद ही अपने अपहरण की साजिश रची थी.
- News18 Jharkhand
- Last Updated: August 8, 2018, 9:39 PM IST
पाकुड़ में एक व्यवसायी का अपहरण हुआ.अपहरण की सूचना मिलते ही एसपी शैलेन्द्र प्रसाद वर्णवाल ने त्वरित कार्रवाई की और चार एसआईटी की टीम बनाकर मामले का पर्दाफाश करने में लगा दी. इस मामले का पर्दाफाश पुलिस ने किया तो उसके परिवार वाले भी हैरान रह गए. क्योंकि व्यापारी ने खुद ही अपने अपहरण की साजिश रची थी. पुलिस अपहरणकर्ता और परिजनों के मोबाईल पर बातचीत से उनकी लोकेशन फॉलो करने लगी.टावर लोकेशन पर पुलिस छापेमारी करने लगी.अपहरणकर्ता अपने आप को भागलपुर के करीब होने की बात कहता रहा और मोबाईल लोकेशन देवघर का मिलता रहा.पुलिस परेशान रही और अपहरणकर्ता तीन लाख रुपये की डिमांड करता रहा.
परिजनों के दूसरी ओर से व्यापारी के रोने धोने की आवाज से पिघलने लगे लेकिन अपने पास इतनी रकम ना होने की मजबूरी भी जताई तो अपहरणकर्ता तीन लाख से घटकर पचास हजार रुपये तक आ गया और विभीषण साहा के ही एटीएम में 50 हजार डालने कहा को कहा.जब परिजनों ने पचास हजार एटीएम में डाल दिया तो अपहर्णकर्ता ने देवघर एटीएम से चालीस हजार रुपये निकाला.पुलिस ने उसकी लोकेशन को फॉलो किया तो खुद अपहृत विभीषण साहा वहां मिला, उसने कहा कि बदमाशों ने मुझे छोड़ दिया है. दुमका एसपी कॉलेज के पास इस व्यापारी विभिषण साहा को ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.इसके बाद पुलिस की पूछताछ में व्यापारी ने कबूला कि उसने ही खुद अपने अपहरण का ड्रामा किया था.
विभीषण साहा ने बताया कि उसने तीन लाख रुपये की कर्ज बैंक व अपने दोस्तों से लिया था. कर्ज को समाप्त करने के लिए उसने अपने अपहरण की साजिश रची.उसने फिरौती की रकम अपने मामा से मांगी, जिन्होंने उसे पाल पोस कर इतना बड़ा किया.विभीषण साहा साहेबगंज जिला के बरहेट का निवासी है.उसके पिता के देहांत होने के बाद उसकी मां मायके हिरणपुर थाना अंतर्गत देवपुर में बस गई.मामा के घर वह बड़ा हुआ साथ ही जमीन खरीदकर उन्होंने उसका घर तक बना दिया.
परिजनों के दूसरी ओर से व्यापारी के रोने धोने की आवाज से पिघलने लगे लेकिन अपने पास इतनी रकम ना होने की मजबूरी भी जताई तो अपहरणकर्ता तीन लाख से घटकर पचास हजार रुपये तक आ गया और विभीषण साहा के ही एटीएम में 50 हजार डालने कहा को कहा.जब परिजनों ने पचास हजार एटीएम में डाल दिया तो अपहर्णकर्ता ने देवघर एटीएम से चालीस हजार रुपये निकाला.पुलिस ने उसकी लोकेशन को फॉलो किया तो खुद अपहृत विभीषण साहा वहां मिला, उसने कहा कि बदमाशों ने मुझे छोड़ दिया है. दुमका एसपी कॉलेज के पास इस व्यापारी विभिषण साहा को ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.इसके बाद पुलिस की पूछताछ में व्यापारी ने कबूला कि उसने ही खुद अपने अपहरण का ड्रामा किया था.
विभीषण साहा ने बताया कि उसने तीन लाख रुपये की कर्ज बैंक व अपने दोस्तों से लिया था. कर्ज को समाप्त करने के लिए उसने अपने अपहरण की साजिश रची.उसने फिरौती की रकम अपने मामा से मांगी, जिन्होंने उसे पाल पोस कर इतना बड़ा किया.विभीषण साहा साहेबगंज जिला के बरहेट का निवासी है.उसके पिता के देहांत होने के बाद उसकी मां मायके हिरणपुर थाना अंतर्गत देवपुर में बस गई.मामा के घर वह बड़ा हुआ साथ ही जमीन खरीदकर उन्होंने उसका घर तक बना दिया.