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चाय वाले की बेटी ने बनाया सेफ्टी डिवाइस, महिला कर सकेगी अपनी सुरक्षा; चप्पल से निकलेगा 4 लाख वोल्ट का करंट

डिवाइस को बनाने के लिए साक्षी ने एक चप्पल, दो 3.7 वोल्ट बैटरी, एक हाई वोल्ट ट्रांसफार्मर, एक चार्जिंग माड्यूलर, वायर और ...अधिक पढ़ें

रिपोर्ट – शशिकांत ओझा
पलामू. जिले के शाहपुर मुख्य पथ के पंकज अग्रवाल की 15 वर्षीय बेटी साक्षी अग्रवाल ने महिला सुरक्षा यंत्र बनाया है. यह यंत्र महिलाओं को खतरे का आभास होने पर रक्षा करेगा. इसके प्रयोग से महिला अपना सुरक्षा कर सकती हैं. इस यंत्र से 4 लाख वोल्ट का बिजली जेनरेट होता है जो किसी भी व्यक्ति को घायल करने के लिए काफी है.

इसके प्रयोग करने से महिलाओं को कोई नुकसान नहीं होगा. क्योंकि इसे पूर्ण रूप से वाटर प्रूफ बनाया गया है. इस डिवाइस के लिए राष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगिता इंस्पायर अवार्ड 2021-22 के लिए पलामू से साक्षी अग्रवाल का चयन हुआ है. महिलाएं इस डिवाइस के प्रयोग से अपराधी को घायल कर सकती हैं. इसके लिए महिलाओं को बस एक बटन दबाना होगा. जिससे 4 लाख वोल्ट का करंट जेनरेट होगा और अपराधी घायल हो जायेगा और महिला अपनी सुरक्षा कर सकती है.

कैसे कर सकते हैं इससे हमला
डिवाइस को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि जूते-चपल में बिजली के हाई वोल्ट ट्रांसफार्मर और बैटरी, तार से जुड़े हुए हैं, अगर इससे पहले कोई घटना घटित होने वाली है, तो उस उपकरण का उपयोग करने वाले व्यक्ति को विशेष रूप से सुरक्षा प्रदान की जाएगी, सामने वाले व्यक्ति को तेज बिजली का झटका लगता है, स्वीच को ऑन करते ही 4 लाख वोल्ट का करंट जेनरेट करता है. जिससे अपराधी पूरी तरह से घायल हो सकता है. इसके लिए साक्षी का चयन इंस्पायर अवार्ड के लिए हुआ है.

कैसे बनाया गया ये डिवाइसइस
डिवाइस को बनाने के लिए साक्षी के द्वारा एक चप्पल, दो 3.7 वोल्ट बैटरी, एक हाई वोल्ट ट्रांसफार्मर, एक चार्जिंग माड्यूलर, वायर और एक स्विच का इस्तेमाल किया गया है. जिसके बाद इस डिवाइस के इस्तेमाल से महिला अपनी सुरक्षा कर सकती है.

सिविल सर्विस में जाकर साक्षी देश से मिटाना चाहती है गरीबी
एक निम्न मध्यम दर्जे के परिवार में जन्मी साक्षी महज 15 वर्ष की है और एम के डी ए वी स्कूल में क्लास 10 में पढ़ाई करती है. इसके पिता पंकज अग्रवाल डाल्टनगंज के पचमुहान चौक के पास चाय बेचते है. वही साक्षी की मां संगीता अग्रवाल हाउस वाइफ है. साक्षी का मानना है की देश से गरीबी मिटाना बहुत जरूरी है. देश में अमीर और अमीर होते जा रहे है और गरीब और गरीब. लेकिन मध्यम दर्जे के परिवार अपना जीवन सामान्य तरीके से चला लेते है. मगर गरीब परिवार में पास ठंड के दिनो मे ओढ़ने के लिए कपड़े और खाने के लिए खाना नही होता जिसे साक्षी सिविल सर्विस में जाकर मिटाना चाहती है.

Tags: Palamu news, Women

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