चमोली हादसे में लापता 3 मजदूरों का पुतला बनाकर घरवालों ने किया अंतिम संस्कार

चमोली हादसे में झारखंड के 13 मजदूर लापता हो गये.
Chamoli Disaster: चमोली हादसे में रामगढ़ जिले के चार मजदूर लापता हो गए. इन मजदूरों का घटना के 20 दिन बाद भी पता नहीं चल पाया. घरवालों ने इनमें से 3 मजदूरों का पुतला बनाकर अंतिम संस्कार किया.
- News18 Jharkhand
- Last Updated: March 1, 2021, 3:11 PM IST
रामगढ़. उत्तराखंड के चमोली हादसे (Chamoli Incident) में झारखंड के रामगढ़ जिले के तीन मजदूर लापता हो गए. इन मजदूरों का बीस दिन बाद भी शव बरामद नहीं हो सका. रविवार को थक-हारकर परिवारवालों ने इनका पुतला बनाकर अंतिम संस्कार गोमती नदी स्थित स्थानीय मुक्तिधाम में किया.
बता दें कि चमोली हादसे में रामगढ़ जिले के गोला प्रखंड क्षेत्र के चोकाद गांव के तीन और सरलाखुर्द के एक मजदूर लापता हो गए थे. इन मजदूरों को लापता हुए 20 दिन बीत जाने के बाद भी इनका पता नहीं चल पाया. इनमें से चोकाद के दो मजदूरों का पुतला बनाकर घरवालों ने अंतिम संस्कार किया. मिथिलेश महतो को मुखाग्नि उनके पिता राजाराम महतो और बिरसाय महतो को बड़े भाई के बेटे उमेश महतो ने दी. वहीं सरलाखुर्द निवासी मजदूर मदन महतो का अंतिम संस्कार शनिवार को ही कर दिया गया.
शवयात्रा में सांसद प्रतिनिधि कुंटू बाबू उर्फ रणंजय कुमार, समाजसेवी नवकुमार महतो, धनंजय महतो, खगेस महतो, अंदूराम महतो, मिथिलेश महतो, बालेश्वर महतो, सोनाराम महतो, नरेश महतो, विक्रांत महतो, विनीत महतो, सुनील रजक, दिलेश्वर महतो सहित सैकड़ों लोग शामिल हुए.
बता दें कि चमोली हादसे में रामगढ़ जिले के गोला प्रखंड क्षेत्र के चोकाद गांव के तीन और सरलाखुर्द के एक मजदूर लापता हो गए थे. इन मजदूरों को लापता हुए 20 दिन बीत जाने के बाद भी इनका पता नहीं चल पाया. इनमें से चोकाद के दो मजदूरों का पुतला बनाकर घरवालों ने अंतिम संस्कार किया. मिथिलेश महतो को मुखाग्नि उनके पिता राजाराम महतो और बिरसाय महतो को बड़े भाई के बेटे उमेश महतो ने दी. वहीं सरलाखुर्द निवासी मजदूर मदन महतो का अंतिम संस्कार शनिवार को ही कर दिया गया.
शवयात्रा में सांसद प्रतिनिधि कुंटू बाबू उर्फ रणंजय कुमार, समाजसेवी नवकुमार महतो, धनंजय महतो, खगेस महतो, अंदूराम महतो, मिथिलेश महतो, बालेश्वर महतो, सोनाराम महतो, नरेश महतो, विक्रांत महतो, विनीत महतो, सुनील रजक, दिलेश्वर महतो सहित सैकड़ों लोग शामिल हुए.
बता दें कि झारखंड सरकार ने चमोली हादसे में लापता 13 मजदूरों के लिए एनटीपीसी से मुआवजे की मांग की है. इसके लिए आवश्यक दस्तावेज एनटीपीसी को सौंप दिये गये हैं. लापता मजदूरों में रामगढ़ के चार, लोहरदगा के आठ और बोकारो का एक मजदूर शामिल है. वहीं 29 मजदूर सकुशल झारखंड लौट आये हैं. इनमें लातेहार के 10, बोकारो के तीन, रामगढ़ के सात, जामताड़ा के सात और हजारीबाग के दो मजदूर शामिल हैं.