बेहतर कर रही हैं. इसका एक उदाहरण झारखंड का
है. यहां डीसी, एसपी से लेकर अधिकतर बड़े पदों पर महिला अधिकारी पदस्थापित हैं. यानि रामगढ़ जिले की कमान नारी शक्ति के हाथों में है. और यह जिला हर क्षेत्र में बेहतर कर रहा है.
जिले की डीसी राजेश्वरी बी कहती हैं कि ये रामगढ़ के लिए बहुत अच्छी बात है कि यहां की ज्यादातर पदाधिकारी महिला हैं. महिला अधिकारी होने से जिले की आम महिलाओं को अपनी समस्या प्रशासन के सामने में रखने में आसानी होती है. यही वजह है कि जिले में महिला से जुड़े मामले ज्यादा सामने आते हैं. बतौर डीसी महिला अधिकारियों को देखकर जिले की लड़कियां प्रेरित होती हैं कि वे भी कैसे आईएएस- आईपीएस बन सके.
रामगढ़ एसपी निधी द्विवेदी का कहना है कि बच्चियों को चरित्र निर्माण की शिक्षा दी जानी चाहिए. पुरुष और महिला में भेदभाव पर रोक लगाने के लिए बच्चियों को शिक्षित करना जरूरी है.
डिप्टी कलेक्टर ज्योत्स्ना सिंह का कहना है कि महिला दिवस पर एक संदेश ये जाना चाहिए कि समाज में महिलाओं को अलग नहीं समझा जाए, बल्कि उसको स्पेशल बनाने की कोशिश होनी चाहिए. सिविल सर्जन नीलम चौधरी का कहना है कि जब तक समाज में महिला खुश नहीं रहेगी, तब तक कोई परिवार खुशहाल नहीं हो सकता.
रामगढ में साठ फीसदी अधिकारी महिला हैं, जो डीसी, एसपी से लेकर बीडीओ, सीओ, मजिस्ट्रेट, सीजीएम और सीडीपीओ समेत कई पदों पर तैनात हैं. लोगों का कहना है कि महिला अधिकारियों के दम पर रामगढ़ सूबे के किसी जिले से पीछे नहीं है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
FIRST PUBLISHED : March 08, 2019, 12:20 IST