झारखंड: कोरोना वायरस से तीन और लोगों की मौत, संक्रमितों की संख्या 1,08,158

झारखंड में कोरोना का कहर
Corona Cases in Jharkhand: झारखंड में 1,05,040 संक्रमित अब तक ठीक होकर अपने घरों को लौट चुके हैं. इनके अलावा 2,160 अन्य संक्रमितों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में जारी है.
- News18Hindi
- Last Updated: November 26, 2020, 7:34 AM IST
रांची. झारखंड में पिछले चौबीस घंटों में कोरोना वायरस संक्रमण से तीन और लोगों की मौत हो गयी वहीं बुधवार को संक्रमण के 237 नये मामले सामने आये हैं. स्वास्थ्य विभाग की बुधवार रात्रि जारी रिपोर्ट के अनुसार राज्य में पिछले चौबीस घंटे में कोरोना वायरस संक्रमित तीन मरीजों की मौत हो गयी जिससे राज्य में संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 958 हो गयी.
इसके अलावा राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के 237 नये मामले दर्ज किये गये जिन्हें मिलाकर अब राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 1,08,158 हो गयी है. झारखंड में 1,05,040 संक्रमित अब तक ठीक होकर अपने घरों को लौट चुके हैं. इनके अलावा 2,160 अन्य संक्रमितों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में जारी है. रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को राज्य में कुल 39,634 नमूनों की जांच की गयी जिनमें से 237 लोग संक्रमित पाये गये.
कोरोना संक्रमण का असर समाज के सभी वर्गों पर पड़ा है. कारोबारी हो या नौकरीपेशा या फिर वकील सभी आर्थिक तंगी की चपेट में हैं. झारखंड की राजधानी रांची के करीब चार हजार वकील और कोर्ट के अन्य स्टाफ बेहद परेशान है. आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. इनके सामने परिवार चलाने तक का संकट पैदा हो गया है. कोर्ट में फिजिकल सुनवाई बंद होने की वजह से 95 फीसदी अधिवक्ताओं की कमाई बंद हो गई है.
रांची जिला बार एसोसिएशन के प्रशासनिक सचिव पवन खत्री ने बताया कि सामान्य दिनों में कोर्ट में गहमागहमी और केसों की सुनवाई पर वकील, मुंशी समेत दूसरे स्टाफ की रोजी-रोटी टिकी रहती है. लेकिन कोरोना काल में ऑनलाइन सुनवाई के चलते कोर्ट में सन्नाटा पसरा हुआ है. लिहाजा कोर्ट से जुड़े लोगों के आमदनी पर भी ताला लग गया है.अधिवक्ता अरविंद कुमार ने कहा कि मजदूरों के लिए लेबर वेज भी फिक्स है, जबकि वकीलों के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है. हालात यह है कि आमदनी प्रभावित होने से घरेलू कलह भी अब सामने आने लगे हैं.
इसके अलावा राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के 237 नये मामले दर्ज किये गये जिन्हें मिलाकर अब राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 1,08,158 हो गयी है. झारखंड में 1,05,040 संक्रमित अब तक ठीक होकर अपने घरों को लौट चुके हैं. इनके अलावा 2,160 अन्य संक्रमितों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में जारी है. रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को राज्य में कुल 39,634 नमूनों की जांच की गयी जिनमें से 237 लोग संक्रमित पाये गये.
कोरोना संक्रमण का असर समाज के सभी वर्गों पर पड़ा है. कारोबारी हो या नौकरीपेशा या फिर वकील सभी आर्थिक तंगी की चपेट में हैं. झारखंड की राजधानी रांची के करीब चार हजार वकील और कोर्ट के अन्य स्टाफ बेहद परेशान है. आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. इनके सामने परिवार चलाने तक का संकट पैदा हो गया है. कोर्ट में फिजिकल सुनवाई बंद होने की वजह से 95 फीसदी अधिवक्ताओं की कमाई बंद हो गई है.
रांची जिला बार एसोसिएशन के प्रशासनिक सचिव पवन खत्री ने बताया कि सामान्य दिनों में कोर्ट में गहमागहमी और केसों की सुनवाई पर वकील, मुंशी समेत दूसरे स्टाफ की रोजी-रोटी टिकी रहती है. लेकिन कोरोना काल में ऑनलाइन सुनवाई के चलते कोर्ट में सन्नाटा पसरा हुआ है. लिहाजा कोर्ट से जुड़े लोगों के आमदनी पर भी ताला लग गया है.अधिवक्ता अरविंद कुमार ने कहा कि मजदूरों के लिए लेबर वेज भी फिक्स है, जबकि वकीलों के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है. हालात यह है कि आमदनी प्रभावित होने से घरेलू कलह भी अब सामने आने लगे हैं.