Ranchi News: कांके डैम को अतिक्रमणमुक्त बनाने का अभियान शुरू, 4 मजिस्ट्रेट और 200 जवान लगाये गये

कांके डैम से अतिक्रमण को हटाने के लिए 90 लोगों को नोटिस भेजा गया है.
Ranchi News: रांची जिला प्रशासन ने कांके डैम को अतिक्रमण मुक्त बनाने के लिए चार मजिस्ट्रेट और दो सौ पुलिसकर्मियों को लगाया है. नगर निगम (Ranchi Nagar Nigam) ने भी अगल से तैयारी की है.
- News18 Jharkhand
- Last Updated: February 23, 2021, 12:47 PM IST
रांची. राजधानी रांची (Ranchi) के कांके डैम (Kanke Dam) को अतिमक्रमण मुक्त बनाने का अभियान आज से शुरू हो गया है. इस संबंध में कांके डैम की अतिक्रमित जमीन को मुक्त करने के संबंध में 90 से ज्यादा लोगों को नोटिस दिया जा चुका है. हालांकि अब कार्रवाई को लेकर सुस्ती थोड़ी टूटती नजर आ रही है. रांची जिला प्रशासन ने अतिक्रमण मुक्त अभियान के लिए चार मजिस्ट्रेट और दो सौ पुलिसकर्मियों को लगाया है. इसके अलावा गोंदा, सुखदेव नगर पंडरा ओपी के थानेदारों को भी अभियान में शामिल होने के निर्देश दिये गये हैं.
कांके डैम संरक्षण समिति के संरक्षक अमृतेश पाठक ने बताया कि कांके डैम के पूर्वी और दक्षिणी छोर पर सबसे ज्यादा अतिक्रमण किया गया है. डैम किनारे के लेक एवेन्यू, कटहल गोंदा और सरोवर नगर समेत आसपास के दूसरों मुहल्लों में सबसे ज्यादा अतिक्रमण किया गया है. लेकिन जानकारी होने और नोटिस थमाये जाने के बावजूद आजतक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई.
1960 के दशक में कांके डैम के अस्तित्व में आने के बाद से ही कांके डैम के आसपास के इलाकों पर अतिक्रमणकारियों की नजर लगती रही है. तकरीबन 452 एकड़ क्षेत्र वाले इस डैम के 12 से 15 एकड़ की जमीन पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा है. हर बार कोर्ट के निर्देश के बाद कांके और हेहल अंचलाधिकारियों की नींद टूटती है. लेकिन कुछ दिन बार फिर स्थिति यथावत हो जाती है.
हालांकि मंगलवार से शुरू होने वाले अभियान में रांची नगर निगम की तीन जेसीबी, छह से ज्यादा ट्रैक्टर और कर्मी भी शामिल हैं. आपको बता दें कि रांची के कांके डैम से 30 फ़ीसदी आबादी को जलापूर्ति की जाती है.
कांके डैम संरक्षण समिति के संरक्षक अमृतेश पाठक ने बताया कि कांके डैम के पूर्वी और दक्षिणी छोर पर सबसे ज्यादा अतिक्रमण किया गया है. डैम किनारे के लेक एवेन्यू, कटहल गोंदा और सरोवर नगर समेत आसपास के दूसरों मुहल्लों में सबसे ज्यादा अतिक्रमण किया गया है. लेकिन जानकारी होने और नोटिस थमाये जाने के बावजूद आजतक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई.
1960 के दशक में कांके डैम के अस्तित्व में आने के बाद से ही कांके डैम के आसपास के इलाकों पर अतिक्रमणकारियों की नजर लगती रही है. तकरीबन 452 एकड़ क्षेत्र वाले इस डैम के 12 से 15 एकड़ की जमीन पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा है. हर बार कोर्ट के निर्देश के बाद कांके और हेहल अंचलाधिकारियों की नींद टूटती है. लेकिन कुछ दिन बार फिर स्थिति यथावत हो जाती है.
हालांकि मंगलवार से शुरू होने वाले अभियान में रांची नगर निगम की तीन जेसीबी, छह से ज्यादा ट्रैक्टर और कर्मी भी शामिल हैं. आपको बता दें कि रांची के कांके डैम से 30 फ़ीसदी आबादी को जलापूर्ति की जाती है.