रांची. झारखंड में जियाडा के प्रयास से 10 जिलों में 14 राइस मिल्स का शिलान्यास मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया. झारखंड मंत्रालय में आयोजित इस शिलान्यास कार्यक्रम में खाद्य आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव सहित मुख्य सचिव सुखदेव सिंह और दूसरे विभागीय अधिकारी मौजूद थे. पलामू , गढ़वा , लातेहार , पश्चिमी सिंहभूम , खूंटी , गुमला , सिमडेगा , धनबाद , बोकारो और गोड्डा जिले में राइस मिल्स का शिलान्यास किया गया.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि अभी राज्य में 100 और राइस मिल्स खोले जाने की आवश्यकता है. तभी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है. पहली बार इतने बड़े पैमाने पर सरकार किसानों की भावनाओं के अनुरूप पहल कर रही है. जियाडा के तहत 14 राइस मिल्स लगने जा रही है.
वर्तमान में राज्य में 80 राइस मिल्स काम कर रहे हैं. हर साल 50 से 60 लाख मैट्रिक टन धान की उपज झारखंड में होती है. सरकार धान की खरीद करती है और MSP भी पहले से तय है. बावजूद इसके धान का उचित मूल्य किसानों को नहीं मिल पा रहा है.
खाद्य आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि राज्य को राइस मिल्स की सख्त जरूरत थी. आज भी झारखंड का धान बिहार और छत्तीसगढ़ भेजना पड़ता है. 20 मिल्स का प्रस्ताव विभाग ने दिया था, 14 स्वीकृत हो गई है. आने वाले समय में दाल मिल्स और आटा मिल्स की भी जरूरत है. राज्य में लोगों की मांग है कि गेंहू के बजाय विभाग आटा की आपूर्ति करे.
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