झारखंड स्थापना दिवस पर हेमंत का हमला- 2014 के बाद राज्य के पांव लड़खड़ा गये

भगवान बिरसा के समाधिस्थल पर हेमंत व शिबू सोरेन
नेता प्रतिपक्ष की माने तो झारखण्ड में बीजेपी अब विलुप्त होने के कगार पर है.
- News18 Jharkhand
- Last Updated: November 15, 2018, 3:25 PM IST
झारखंड स्थापना दिवस के मौके पर नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन और जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन ने भी रांची के कोकर स्थित समाधिस्थल पर भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित की. इस मौके पर उनके साथ जेएमएम के कई अन्य नेता भी मौजूद रहे.
इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बिरसा आबा के आदर्शों को याद करते हुए कहा कि 18 वर्षों में झारखंड पैरों पर खड़ा होने का प्रयास कर रहा था, लेकिन 2014 के बाद राज्य के पांव लड़खड़ा गए हैं. करोड़ों खर्च कर जश्न मनाया जा रहा है. इससे सरकार की संवेदनहीनता नजर आती है. उन्होंने राज्य के दो चेहरों की बात करते हुए कहा
कि एक चेहरा पूंजीपतियों का है, जो मोरहाबादी में नजर आ रहा है. दूसरा शहर के बाहर, जो बदहाली की जिंदगी जी रहे हैं.
बतौर हेमंत आज किसानों के खेत सूखे हुए हैं, लेकिन गरीबों किसानों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है. उन्होंने कहा कि पुलिस बल का प्रयोग कर पारा शिक्षकों और सहायिका-सेविकाओं को जबरन कैदकर उनकी आवाज को दबाया जा रहा है. नेता प्रतिपक्ष की माने तो झारखण्ड में बीजेपी अब विलुप्त होने के कगार पर है और विपक्ष एकजुट होकर आने वाले चुनाव में उतरेगा.(ओमप्रकाश की रिपोर्ट)
ये भी पढ़ें- प्रदेश से शोषण व गरीबी का खात्मा ही भगवान बिरसा को सच्ची श्रद्धांजलि- CM रघुवर
18 साल का हुआ झारखंड, पढ़ें सूबे ने अबतक क्या खोया क्या पाया
इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बिरसा आबा के आदर्शों को याद करते हुए कहा कि 18 वर्षों में झारखंड पैरों पर खड़ा होने का प्रयास कर रहा था, लेकिन 2014 के बाद राज्य के पांव लड़खड़ा गए हैं. करोड़ों खर्च कर जश्न मनाया जा रहा है. इससे सरकार की संवेदनहीनता नजर आती है. उन्होंने राज्य के दो चेहरों की बात करते हुए कहा
कि एक चेहरा पूंजीपतियों का है, जो मोरहाबादी में नजर आ रहा है. दूसरा शहर के बाहर, जो बदहाली की जिंदगी जी रहे हैं.
बतौर हेमंत आज किसानों के खेत सूखे हुए हैं, लेकिन गरीबों किसानों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है. उन्होंने कहा कि पुलिस बल का प्रयोग कर पारा शिक्षकों और सहायिका-सेविकाओं को जबरन कैदकर उनकी आवाज को दबाया जा रहा है. नेता प्रतिपक्ष की माने तो झारखण्ड में बीजेपी अब विलुप्त होने के कगार पर है और विपक्ष एकजुट होकर आने वाले चुनाव में उतरेगा.(ओमप्रकाश की रिपोर्ट)
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