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झारखंड की महिलाएं आज नहीं कर सकेंगी पीएम मोदी से संवाद, जानें वजह

Jharkhand News: झारखंड महिला आयोग में अध्यक्ष नहीं होने की वजह से आज राज्य की महिलाओं को पीएम मोदी से संवाद करने का मौका नहीं मिल पाएगा.

Jharkhand News: झारखंड महिला आयोग में अध्यक्ष नहीं होने की वजह से आज राज्य की महिलाओं को पीएम मोदी से संवाद करने का मौका नहीं मिल पाएगा.

National Women Commission: राष्ट्रीय महिला आयोग (National Women Commission) के 30वें स्थापना दिवस के मौके पर आज प्रधानम ...अधिक पढ़ें

रांची. राष्ट्रीय महिला आयोग (National Women Commisson) के 30वें स्थापना दिवस के मौके पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की महिलाओं को संबोधित करेंगे. कार्यक्रम का विषय ‘शी द चेंज मेकर’ रखा गया है. इस कार्यक्रम का उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की उपलब्धियों का जश्न मनाना है, लेकिन अफसोस की बात यह है कि झारखंड की महिलाएं आज पीएम पीएम मोदी तक अपनी आवाज नहीं पहुंचा पाएंगी. इसका कारण है कि पिछले 2 साल से झारखंड के महिला आयोग में अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं हो पाई है. 7 जून 2017 से लेकर 6 जून 2020 तक कल्याणी शरण झारखंड की महिला आयोग की अध्यक्ष पद पर तैनात थी. लेकिन, 6 जून 2020 के बाद से अभी तक इस पद के लिए किसी की नियुक्ती नहीं हुई है. ऐसे में सुदूर इलाके से न्याय की उम्मीद लेकर राजधानी रांची के महिला आयोग पहुंच रही पीड़ित महिलाएं खाली हाथ ही अपने गांव वापस लौट रही हैं.

झारखंड महिला आयोग के कार्यालय में पसरा सन्नाटा, खाली पड़ी कुर्सियां और आवेदनों में जमी हुई धूल-मिट्टी इस बात की गवाही दे रही हैं कि इन महिलाओं की सुध लेने वाला कोई नहीं है. कहने के लिए तो राज्य की आधी आबादी महिलाओं की है, महिला सशक्तिकरण को लेकर बड़ी बड़ी बातें भी की जाती है, लेकिन महिलाओं को न्याय दिलाने वाला झारखंड का महिला आयोग आज खुद राज्य सरकार से न्याय की गुहार लगा रहा है.

‘चुनाव के दौरान होती है बड़ी-बड़ी बातें’
आयोग में काम कर रहें एक कर्मचारी बताते हैं कि कोरोना महामारी के दौर में घरेलू हिंसा का शिकार सबसे ज्यादा महिलाएं हुई हैं, जिनपर विशेष रूप से ध्यान देने की जरुरत है, लेकिन सरकारों को चिंता सिर्फ सरकार बनाने और सरकार बचाने में लगी हुई है. चुनाव के दौरान सरकार महिलाओं को लेकर बड़ी-बड़ी बातें तो करती है. लेकिन, हकीकत में इन महिलाओं की चिंता किसी को नहीं है.

आयोग में 4200 आवेदन लंबित 
बता दें, ग्रामीण इलाकों में रहने वाली महिलाओं के लिए अपने गांव से शहर तक आना चुनौतीपूर्ण होता है. आर्थिक तंगी के कारण दूसरों से कर्ज लेकर महिलाएं जब यहां पहुंचती हैं लेकिन अध्यक्ष के नहीं होने के कारण ये महिलाएं खाली हाथ ही अपने गांव लौट जाती है. मिली जानकारी के अनुसार 7 जून 2020 से लेकर अब तक करीब 4200 आवेदन आयोग में जमा है.

Tags: Jharkhand Government, National Women Commission, PM Modi

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