बिहार विधानसभा चुनाव में लालू-नीतीश के महागठबंधन में शामिल नहीं किए जाने और झामुमो(झारखंड मुक्ति मोर्चा) के लिए एक भी सीट नहीं दिए जाने से पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन खासा नाराज है.
झामुमो का कहना है कि लालू-नीतीश को भाजपा को हराने के लिए भाजपा विरोधी सभी पार्टियों को साथ लेकर चलना चाहिए था. बिहार में भाजपा को शिकस्त देने के लिए महागठबंधन में शामिल होने की इच्छा जता चुके झामुमो नेताओं ने महागठबंधन के रुख को धर्मनिरपेक्षता की लड़ाई को कमजोर करनेवाला बताते हुए बिहार में अकेले चुनाव लड़ने तक की घोषणा कर दी.
झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन ने कहा कि वह सीट या महागठबंधन में शामिल होने के लिए बिहार के नेताओं की चिरौरी नहीं करेंगे और बिहार में झामुमो अब अकेले चुनाव लड़ेगा.
झामुमो के केन्द्रीय महासचिव विनोद पांडेय ने भी कहा कि 20 अगस्त को झामुमो विधायक दल की बैठक के दौरान बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर भी चर्चा होने की संभावना है. साथ ही उम्मीद है कि उसी दिन बिहार में जिन सीटों पर झामुमो उम्मीदवार की घोषणा कर दी जाएगी.
यहां यह देखना अहम होगा कि वर्ष 2010 के बिहार विधानसभा चुनाव में झामुमो ने 41 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए थे, जिसमें एक सीट पर उसे जीत भी मिली थी.
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FIRST PUBLISHED : August 16, 2015, 21:12 IST